img-fluid

पांच नंबर के जिन वार्डों में भाजपा हारती थी, वहां जीत गए बाबा

December 07, 2023

बस्तियों के वार्डों में कम वोट मिलते थे, इस बार फोकस वहीं

इंदौर। इस बार पांच नंबर विधानसभा में कांटे का मुकाबला था, लेकिन जिस तरह से बस्तियों में भाजपा ने अपनी रणनीति तैयार की, उससे उसे फायदा मिला। श्रमिक क्षेत्र की ऐसी कुछ बस्तियां थीं, जिन पर कांग्रेस अपनी लीड मानकर चल रही थी, लेकिन यहां से उसे कम वोट मिले। इनमें से कुछ वार्ड निगम में भाजपा हार चुकी थी।


पिछली बार विधानसभा चुनाव में करीब 1300 वोटों से ही महेन्द्र हार्डिया ने जीत हासिल की थी, लेकिन इसे इस बार इसे दस गुना कर दिया गया। सालभर पहले ही नगर निगम चुनाव हुए थे और इन वार्डों में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा था। इन वार्डों में कांग्रेस के पार्षद हैं, लेकिन यहां इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा को फायदा मिला है। दरअसल चुनाव हारने के बाद ही इन बस्तियों में रहने वाले लोगों से भाजपाइयों ने सतत संपर्क बनाए रखा और जब लाडली बहना योजना तथा तीर्थदर्शन योजना की बारी आई तो यहीं से कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में फार्म भरवाए थे। इस बार 45, 46 और 47 नंबर वार्ड की जवाबदारी एमआईसी सदस्य नंदकिशोर पहाडिय़ा और उनकी टीम को दी थी। चूंकि 47 नंबर वार्ड तो भाजपा के पास है, लेकिन श्रमिक बस्ती के 45 और 46 में चुनौती थी और इसी को लेकर वहां दिन-रात लोगों से संपर्क किया गया। 46 नंबर वार्ड हर विधानसभा चुनाव में भाजपा हारती रही है, लेकिन इस बार यह वार्ड 1691 वोटों से जीते। 47 नंबर वार्ड में ही रहने वाले कांग्रेस के एक कद्दावर नेता भी इस बार घर से निकलकर खुलेआम मैदान में थे, लेकिन यहां भी कांग्रेस को शिकस्त मिली। इसके साथ ही 45 नंबर वार्ड से भी 1519 वोटों से भाजपा ने अपनी लीड बनाई। इन बस्तियों से मिली लीड का फायदा यह हुआ कि हार्डिया को जिन मुस्लिम इलाकों से वोट नहीं मिले, उनकी क्षतिपूर्ति होती गई।

Share:

  • इंदौर की सभी 9 विधानसभा सीटों का निर्वाचन रिकॉर्ड रहेगा सुरक्षित, प्रभारी अधिकारियों को किया नियुक्त

    Thu Dec 7 , 2023
      इंदौर। विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) की पूरी प्रक्रिया इंदौर ( Indore) जिले मे सुव्यवस्थित तरीके से निपट गई, जिसका श्रेय कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. इलैयाराजा टी (Collector and District Election Officer Dr. Ilaiyaraaja T) और उनकी पूरी टीम को जाता है। कलेक्टर ने हर छोटी-बड़ी चीजों की खुद मॉनिटरिंग (Monitoring) की, जिसके […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved