इंदौर। ईओडब्ल्यू ने बड़वानी जिले में आंगनवाड़ी केंद्रों के नाम पर हुए घपले में जो केस दर्ज किया था, उसमें गबन का आंकड़ा भी बढ़ने वाला है और गबन करने वाले अधिकारियों और ठेकेदारों की संख्या भी बढ़ने वाली है। ईओडब्ल्यू पुलिस अधीक्षक धनंजय शाह ने बताया कि शिकायत मिली थी कि बड़वानी जिले की कुछ आंगनवाड़ियों के लिए भवन मरम्मत और उन्नयन हेतू जो राशि आई थी, उसका लोक निर्माण विभाग और ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग बड़वानी के कुछ अधिकारियों और ठेकेदारों ने गबन किया है। जांच में दोनों विभागों के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों और ठेकेदारों ने समान रूप से कार्य नहीं किया है।
इन लोगों ने सरकार को 2 करोड़ 28 लाख 29 हजार 369 रुपए का चूना लगाया है। एकीकृत बाल विकास परियोजना अधिकारी बड़वानी शासन द्वारा बड़वानी जिले की 522 आगनवाड़ियों की मरम्मत और उन्नयन के लिए 4 करोड़ 56 लाख से अधिक की राशि स्वीकृत हुई थी, जिसके बाद बड़़वानी कलेक्टर द्वारा क्रियान्वयन एजेंसी के रूप में लोक निर्माण विभाग को नियुक्त किया गया था। बाद में कार्य में शीतलता दर्शित होने पर इन कार्यों के लिए ग्रामीण यांत्रिकी सेवा को आगे के काम के लिए नियुक्त किया था। धांधली की शिकायत पर जांच की गई तो सामने आया कि 59 आंगनवाड़ी भवन ऐसे थे, जिनमें दोनों ही विभाग ने काम किया था। दोनों ही विभागों ने सही तरीके से काम नहीं किया और राशि का गबन किया है। धांधली करने वाले 43 अधिकारी और ठेकेदारों पर कार्रवाई की गई है।
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