लखनऊ। जेपीएनआईसी की बदहाली दिखाने के लिए रविवार को बिना अनुमति निर्माणाधीन परिसर में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एलडीए के अधिकारियों को सकते में ला दिया। सोमवार को जहां पूर्व मुख्यमंत्री ने जेपीएनआईसी की बदहाली का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर फोटो पोस्ट कर दिए।
वहीं, एलडीए वीसी ने जेपीएनआईसी का प्रोजेक्ट देख रहे अधिशासी अभियंता प्रताप शंकर मिश्रा को सोमवार सुबह कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश यादव रविवार दोपहर अचानक जेपीएनआईसी पहुंचे। गार्डों ने उनके प्रवेश का विरोध भी नहीं किया। यह भी जानकारी में आया है कि प्रोजेक्ट के काम को देख रहे ठेकेदारों और एलडीए के अधिकारियों को सूचना सुरक्षा में लगे कर्मचारियों ने फोन पर दी।
फिर भी कोई जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंचा। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री के साथ आए लोग परिसर में घूमते रहे। इस बीच एक मीडिया हाउस को जेपीएनआईसी की छत पर बने हैलीपैड पर इंटरव्यू भी पूर्व मुख्यमंत्री ने दिया। अपने सोशल मीडिया पोस्ट में भी जेपीएनआईसी की बदहाली को समाजवादी चिंतक जय प्रकाश नारायन का अपमान बताया है।
भाजपा के विकास विरोधी होने की बात भी उन्होंने पोस्ट में की है। वहीं, एलडीए वीसी अक्षय त्रिपाठी का कहना है कि बिना अनुमति पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्माणाधीन परिसर में प्रवेश करने के मामले में अधिशासी अभियंता प्रताप शंकर मिश्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। पूरे प्रकरण में उनसे जवाब मांगा गया है। सुरक्षा में लगी एजेंसी की चूक होने पर उसके खिलाफ भी जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
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