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ईरान में नहीं थम रहे हिजाब विरोधी प्रदर्शन, अब तक 80 से अधिक लोगों की गई जान

तेहरान: ईरान में हिजाब के विरोध में 14 दिनों से चल रहा विरोध प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहा है. देश के कुर्द इलाकों से शुरू हुए प्रदर्शनों में अब तक 80 से अधिक लोगों की जान चली गई है. न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स ने एक मानव अधिकार संगठन की रिपोर्ट के हवाले से बताया कि पुलिस हिरासत में हुई छात्रा महसा अमीनी की मौत (Death of Mahsa Amini) के बाद शुरू हुए हिंसक प्रदर्शनों में अब तक 83 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है. ईरानी कुर्दिश शहर साकेज़ की 22 वर्षीय महसा अमीनी को इस महीने तेहरान में मोरलिटी पुलिस द्वारा हिजाब न पहनने के लिए गिरफ्तार किया गया था, जहां उनकी मौत हो गई थी.

दर्जनों पत्रकारों को हिरासत में लिया
प्रदर्शनों को ग्राउंड जीरो से रिपोर्ट करने को लेकर ईरान की सरकार पत्रकारों को भी गिरफ्तार कर रही है. ईरान में पत्रकारों की रक्षा करने वाली समिति ने बताया कि देश में सुरक्षा बलों ने 29 सितंबर तक कम से कम 28 पत्रकारों को हिरासत में लिया है. समिति का आरोप है कि सरकार नहीं चाहती है कि प्रदर्शनों की सही रिपोर्ट लोगों के सामने आ सके. वहीं लोगों पर पुलिस के बढ़ते अत्याचारों को देखते हुए जर्मनी की विदेश मंत्री ने गुरुवार को कहा कि वह चाहती हैं कि अमीनी की मौत के बाद यूरोपीय संघ ईरान पर प्रतिबंध लगाए.


बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला
ईरान की सेना ने प्रदर्शनों को समर्थन देने वाले कुर्द लड़ाकों के ऊपर मिसाइल और ड्रोन हमले शुरू कर दिए हैं. ईरान की स्टेट मीडिया की एक खबर के अनुसार इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) ग्राउंड फोर्स ने कुर्दिस्तान में एक के बाद एक 73 बैलिस्टिक मिसाइल और दर्जनों ड्रोन हमले किये हैं. IRGC का आरोप है कि कुर्दिस्तान की कोमला पार्टी देश में चल रहे हिजाब विरोधी हिंसक प्रदर्शनों को अपना समर्थन दे रही है. यह हमले कुर्द इलाकों के अलग-अलग 42 पॉइंट्स पर किये गए थे.

कुर्द इलाकों से शुरू हुए थे प्रदर्शन
हिजाब विरोधी प्रदर्शनों की शुरुआत ईरान के कुर्द-आबादी वाले उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों से हुई थी, जो धीरे धीरे राजधानी समेत 50 शहरों और कस्बों में फैल गए. अमीनी के गृह प्रांत कुर्दिस्तान में फैली अशांति के कारण ईरान की इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स ने कुर्द इलाकों में भारी बमबारी की है. हमले के पूर्व IRGC के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहले भी कुर्द इलाकों में चल रहे प्रदर्शनों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी.

‘इस्लामी पवित्रता का अपमान’
ईरान में चल रहे हिंसक प्रदर्शनों के लिए इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स ने कुर्द लड़ाकों को जिम्मेदार ठहराया है. IRGC के हवाले से सरकारी मीडिया ने बताया कि कुर्द ईरान के शहरों में हिंसा के पीछे शामिल थे. IRCG ने बताया कि लड़ाके देश में चल रहे हिजाब विरोधी प्रदर्शन के माध्यम से इस्लामी पवित्रता का अपमान कर रहे हैं.

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