इंदौर न्यूज़ (Indore News)

शहर में जितनी गाडिय़ां नहीं उतने मेहमान बुला लिए, पैदल घूमते नजर आएंगे प्रवासी भारतीय

  • – सरकार की बदइंतजामी… ट्रेवल्स वालों को कहा- 500 गाडिय़ों का इंतजाम रखना, लेकिन एक की भी बुकिंग नहीं करवाई

इंदौर, विकाससिंह राठौर। इंदौर में होने वाले प्रवासी सम्मेलन के लिए दुनियाभर में न्योते तो दे डाले, लेकिन आलम यह है कि इन मेहमानों को भोजन तक जहां रजिस्ट्रेशन शुल्क के रूप में दिया जाएगा, वहीं इस सम्मेलन की व्यवस्था की बदइंतजामी का आलम यह है कि आने वाले प्रवासी सडक़ों पर पैदल घूमते नजर आएंगे, क्योंकि दो हजार से ज्यादा प्रवासी भारतीयों के लिए शहर में इतनी लक्जरी और एक्जीक्यूटिव क्लास की गाडिय़ां ही नहीं हैं और शासन ने इसके लिए पहले से वाहनों की बुकिंग तक नहीं की है। इसके चलते अगर समय रहते इंतजाम नहीं किए गए तो प्रवासी भारतीय या तो खटारा वाहनों में घूमते मिलेंगे या पैदल दिखेंगे।

इंदौर में 8 से 10 जनवरी 2023 तक होने वाले 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन को लेकर नेता-अफसर बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं। आयोजन की तैयारियों पर करोड़ों खर्च भी किए जा रहे हैं, लेकिन प्रवासी भारतीयों को सुविधा के नाम पर कुछ नहीं दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा सिर्फ मेहमानों को एयरपोर्ट से होटल और होटल से कार्यक्रम स्थल और वापस एयरपोर्ट छोडऩे के लिए वाहन की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा मेहमानों को कहीं भी जाने या घूमने के लिए अपने खर्च पर अपना वाहन खुद बुक करवाना होगा। सम्मेलन में शामिल होने के लिए बनाई गई वेबसाइट पर प्रवासी भारतीयों को अपने लिए वाहन बुक करने के लिए 9 ट्रेवल संचालकों के नंबर और मेल आईडी दिए गए हैं। प्रवासी भारतीयों को इनसे खुद संपर्क कर अपने लिए वाहन बुक करने होंगे, लेकिन सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह है कि शहर में मेहमानों के लिए पर्याप्त गाडिय़ां ही नहीं हैं। अधिकृत ट्रेवल्स संचालकों का कहना है कि शासन को पहले से गाडिय़ां बुक करना चाहिए, अन्यथा आखिरी समय में गाडिय़ों की व्यवस्था मुश्किल होगी और व्यवस्था की भी गई तो ज्यादा किराया चुकाना पड़ सकता है।


वेबसाइट पर किराए पर तीन कैटेगरी के वाहन
इस आयोजन के लिए वेबसाइट पर वाहनों को तीन कैटेगरी में बांटा गया है- लक्जरी, एक्जीक्यूटिव और स्टैंडर्ड। लक्जरी वाहनों को 30 दिन पहले और एक्जीक्यूटिव व स्टैंडर्ड वाहनों को कम से कम 10 दिन पहले बुक करने की बात कही गई है।
मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू, रेंज रोवर, जगुआर सहित इस श्रेणी के अन्य वाहन। इनोवा क्रिस्टा, एलटीस, फॉच्र्यूनर, कैमरी और सियाज व अन्य। इटियॉस, एसपायर, डिजायर व अन्य कैटेगरी के साधारण वाहन।

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए भी 100 वाहन अधिगृहित
इस कार्यक्रम के दौरान वाहनों की कमी का एक बड़ा कारण सम्मेलन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शामिल होना भी है। कार्यक्रम के दूसरे दिन 9 जनवरी को प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में शामिल होंगे और तीसरे व आखिरी दिन 10 जनवरी को राष्ट्रपति कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगी। दोनों सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत पुलिस-प्रशासन द्वारा 100 से ज्यादा एक्जीक्यूटिव कैटेगरी की गाडिय़ों का अधिगृहण किया जाएगा, वहीं दिल्ली, भोपाल के नेता व अफसरों के लिए भी गाडिय़ां लगेंगी।

इंदौर में एक्जीक्यूटिव और लक्जरी कैटेगरी के 150 वाहन भी नहीं
वाहन व्यवस्था के लिए अधिकृत किए गए ट्रेवल्स में से एक इम्पैक्ट ट्रेवल्स के संचालक अनिल शर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए हमें प्रशासन की ओर से एक्जीक्यूटिव कैटेगरी, यानी इनोवा क्रिस्टा जैसे 500 वाहनों की व्यवस्था रखने की बात कही गई है, लेकिन इंदौर में सभी ट्रेवल्स पर मिलाकर लक्जरी कैटेगरी के 10 से 20 और एक्जीक्यूटिव कैटेगरी के करीब 120 वाहन ही उपलब्ध हैं। जितनी डिमांड बताई जा रही है उसे पूरा करने के लिए ट्रेवल्स संचालकों को दूसरे शहरों से वाहन किराए पर बुलाना होंगे।इसके लिए अतिरिक्त शुल्क भी चुकाना होगा। हमने अधिकारियों से कहा है कि अगर वे 500 वाहनों की व्यवस्था की बात कह रहे हैं तो इन्हें बुक करें, लेकिन अधिकारियों ने इससे इनकार करते हुए कहा है कि प्रवासी भारतीय खुद वाहन बुक करेंगे। यदि गाडिय़ों की कमी के चलते ऐनवक्त पर दूसरे शहरों से गाडिय़ां बुलाई भी जाती हैं तो बाहर से गाड़ी के आने-जाने और यहां रहने का शुल्क अतिरिक्त होने से किराया भी बढ़ जाएगा। आयोजन की व्यवस्था देख रहे अधिकारियों ने गाडिय़ों के किराए के कोई फिक्स रेट भी तय नहीं किए हैं। हर ट्रेवल्स संचालक अपने हिसाब से प्रवासी भारतीय से एक ही तरह की गाड़ी का अलग किराया बता रहे हैं।

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