- बार-बार पेच रिपेयर से खराब
- 40,000 से ज्यादा ग्रामीणों गुजरना पड़ रहा है गड्ढेभरे खस्ताहाल मार्ग से
- बार-बार पैचवर्क कर सडक़ें रिपेयर कर रहा है विभाग
इंदौर। बार-बार पेच रिपेयर और भारी ट्रकों (Truck) की वाजाही ज्यादा होने से 13 ग्रामीण सडक़ें (Village Road) बुरी तरह ध्वस्त हो चुकी हैं। अब इनमें पेच रिपेयर (Repair) से भी काम नहीं चल रहा। ऐसी सडक़ों को चिह्नित कर नई सडक़ निर्माण मंजूरी के लिए प्रस्ताव भोपाल (bhopal) भेजा गया है। जल्द मंजूरी मिलने के बाद इन मार्गो को सरपट बनाने का काम पीडब्ल्यूडी करेगा।
सांवेर क्षेत्र की दो, देपालपुर (Depalpur) की पांच और राऊ के चार सडक़ मार्गों को खस्ताहाल और ध्वस्त की श्रेणी में पीडब्ल्यूडी विभाग (PWD Department) ने दर्ज किया है। अधिकारियों का कहना है कि इन सडक़ों पैचवर्क भी नहीं किया जा सकता, इसलिए बारिश के दौरान इस पर कच्ची मुरम डालकर बड़े गड्ढों को भरा जा रहा है। इन सभी मार्गों को नई सडक़ की दरकार है, इसलिए भोपाल मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजे गए हैं। जैसे ही मंजूरी मिलती है यहां पर नई सडक़ का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
दरअसल इन गांवों में 40,000 से ज्यादा ग्रामीणों को आवाजाही के लिए लंबे समय से खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। नए मार्ग के निर्माण के बाद ग्रामीणों को मुख्य मार्ग से जुडऩे की दिक्कत खत्म होगी।
तलावली चांदा से अरेडिया
सेमलिया चाऊ से जलोद पहुंच मार्ग
पीर पीपल्या से इंडोरामा
मेठवाड़ा को मुख्य मार्ग से
बेटमा-सागौर मार्ग
ओसरूद पहुंच मार्ग
झालार से धूरेरी
सिंहासा पहुंच मार्ग
सिंहासा से बिसनावदा
मिर्जापुर पहुंच मार्ग
तिल्लौर से तिंछा
गोकलपूर गुणावद
सगड़ोद पहुंच मार्ग