इंदौर. इंदौर में कांग्रेस (Congress) प्रत्याशी (Candidate) के पलटी मारने के बाद कांग्रेस जिस तरह से नोटा (NOTA) कैंपेन (campaign) चला रही है, उसका जवाब देने के लिए भाजपा (BJP) अब मैदान में उतर गई है। सोशल मीडिया (social media) पर स्लोगन और रील (slogans and reels) के माध्यम से कांग्रेस को उसी की भाषा में जवाब दिया जा रहा है।
इंदौर में भाजपा को अपना वोटिंग प्रतिशत बढ़ाना है और 8 लाख के जीत के आंकड़े को पार भी करना है। इसी को लेकर भाजपा का संगठन काम कर रहा था, लेकिन जिस तरह से कांग्रेस नोटा कैंपेन चला रही है, उससे बड़े नेताओं को लगने लगा है कि इससे भाजपा के वोट बैंक पर कोई असर न पड़े। कांग्रेस में चुनाव को लेकर अब कोई दिलचस्पी भी नहीं बची है। उसका एक ही उद्देश्य है कि जितने अधिक से अधिक वोट नोटा में डलवा दिए जाएं उससे भाजपा की लीड कम की जाए। भाजपा ने भी कांग्रेस के इस कैंपेन का तोड़ निकाला है और अपनी सोशल मीडिया टीम को सक्रिय कर दिया है। टीम ने काम करना भी शुरू कर दिया है और कांग्रेस को उसी की भाषा में जवाब दिया जा रहा है। ‘जब सिक्का तुम्हारा खोटा तो हम क्यों दबाएं नोटा’ जैसे जुमले के बाद सोशल मीडिया की टीम ने ‘खोटा सिक्का मोटी कीमत में चल गया’, ‘बिना दूल्हे की बरात’, ‘60 साल काम किया तुमने खोटा, अब याद आ रहा नोटा’, ‘ये पब्लिक है ये सब जानती है’, ‘ईवीएम को गलत बताने वाले अब उसी पर नोटा दबाने की बात कर रहे हैं।’ इसके अलावा जीतू पटवारी के फोटो के साथ लिखा है ‘कांग्रेस को गायब करने वाले जीतू जादूगर।’ इसे सबसे ज्यादा बार शेयर किया गया है। संघ प्रमुख का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है, जिसमें उन्होंने नोटा को लेकर अपनी बात कही है और बताया है कि नोटा का मतलब हम किसी को नहीं चुनना चाहते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया है कि नोटा का उपयोग कभी नहीं करना चाहिए, बल्कि जो उचित हो, उसके पक्ष में जाना चाहिए। प्रचार के बचे 4 दिनों में और भी हमले तेज होने की तैयारी भाजपा द्वारा की जा रही है।
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