भोपाल: कांग्रेस (Congress) ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा (Jagdish Devda) के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है, जिसमें उन्होंने भारतीय सेना (Indian Army) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के चरणों में नतमस्तक बताया था. कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Shrinet) ने राज्य के मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई शर्मनाक टिप्पणी की भी निंदा की और दोनों नेताओं को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि BJP लगातार सेना का अपमान कर रही है, क्योंकि उसकी रगों में बलिदान का नहीं, मुखबिरी का खून है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि भारतीय सेना ने हर बार दुश्मन को धूल चटाई है. जिस सेना के शौर्य और पराक्रम के आगे पूरा देश नतमस्तक है, उस सेना के लिए यह कहना कि वह किसी के चरणों में नतमस्तक है, अत्यंत आपत्तिजनक एवं असहनीय है. उन्होंने जोर देकर कहा कि देश भारतीय सेना का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा. सेना के लिए ऐसे निम्नस्तरीय विचार रखने वाला व्यक्ति किसी भी सार्वजनिक पद पर बने रहने के योग्य नहीं है.
श्रीनेत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दोनों नेताओं को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की और कहा कि ‘अगर ऐसा नहीं होता है, तो यह माना जाएगा कि सेना के नतमस्तक होने की बात नरेंद्र मोदी कह रहे हैं. मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और मंत्री को प्रधानमंत्री का संरक्षण प्राप्त है.’ श्रीनेत ने आगे कहा कि ‘पूरी BJP, केंद्र की मोदी सरकार और मध्य प्रदेश की सरकार जिस तरह पहले विजय शाह को बचाने में जुटी हुई थी, अब वो जगदीश देवड़ा को बचाने में लग जाएंगी.’
सुप्रिया श्रीनेत ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार ने गलवान में शहीद हुए 20 भारतीय सैनिकों की मौत का बदला लेने की बात तो दूर, चीन को क्लीन चिट दे दी थी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि कोई घुसपैठ नहीं हुई. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने चीन से आयात इतना बढ़ा दिया है कि भारत का व्यापार घाटा 100 अरब डॉलर तक पहुंच गया है.
कांग्रेस नेता ने विजय शाह के कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए गए बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह सुनकर पूरा देश स्तब्ध रह गया. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश HC ने इस मामले में FIR दर्ज करने का निर्देश दिया था, लेकिन राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों ही विजय शाह को बचाने में जुटी रहीं. HC ने गुरुवार को सुनवाई के दौरान कहा कि जिस तरह की FIR दर्ज हुई है, वह सिर्फ और सिर्फ दिखावा है. अदालत ने टिप्पणी की कि FIR का ड्राफ्ट ही ऐसा बनाया गया है कि इसे रद्द किया जा सके. उसमें ऐसा कुछ नहीं है जो संज्ञेय अपराध दर्शा सके. उन्होंने कहा कि BJP ने आजादी के आंदोलन में कोई भूमिका नहीं निभाई थी और भाजपा नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से सीख रहे हैं, जिन्होंने व्यापारी को सैनिक से ज्यादा साहसी बताया था.
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