इंदौर न्यूज़ (Indore News)

10 बेड के साथ शुरू होगी बोर्न मेरो ट्रांसप्लांट यूनिट, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में बढ़ाई जा रहीं स्वास्थ्य सेवाएं

इंदौर। बोर्न मेरा ट्रांसप्लांट (Born Mera Transplant) की सरकारी सुविधा अभी सिर्फ एमवाय अस्पताल में मौजूद है, जहां पर मरीजों की संख्या अधिक रहती है। लेकिन अब सवा 200 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से जो सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल बनाया है उसमें भी 14 नवम्बर तक बोर्न मेरा ट्रांसप्लांट यूनिट (Born Mine Transplant Unit) शुरू हो जाएगी। अभी 10 बेड पर यह सुविधा मिलेगी, जिसमें से 5 बेड बच्चों के लिए आरक्षित रखे जाएंगे। कल सांसद के साथ संभागायुक्त ने चल रहे कार्यों का अवलोकन भी हॉस्पिटल पहुंचकर किया।


हॉस्पिटल के डॉ. एडी भटनागर के मुताबिक इस यूनिट का निर्माण तेजी से चल रहा है और यूनिट में बनाए जाने वाले कुल 10 बेड में से 5 बच्चों के लिए और शेष पांच अन्य मरीजों के लिए उपलब्ध रहेंगे। संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने सभी डॉक्टर और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह कार्य समय सीमा पर पूरा हो जाए और 14 नवम्बर तक यूनिट शुरू कर दें। हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त राजस्व रजनीश कसेरा और डॉ. सुमित शुक्ला भी मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि ढक्कनवाला कुआं से पहले सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल का निर्माण किया गया है, जिस पर 225 करोड़ रुपए से अधिक की राशि अब तक खर्च की जा चुकी है और कोरोना के चलते इस हॉस्पिटल में भी लगभग 10 हजार कोरोना पीडि़तों का इलाज भी किया गया। एमजीएम मेडिकल कॉलेज से संबद्ध इस हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, नेफ्रोलॉजी और प्लास्टिक सर्जरी सहित कई सुविधाएं धीरे-धीरे उपलब्ध कराई जा रही है। पहले चरण में 33 डॉक्टरों के साथ अन्य स्टाफ भी मंजूर किया गया है। हालांकि जिस तरह का दावा सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल को लेकर किया गया वैसी सुविधाएं अभी मरीजों को नहीं मिल पा रही है। अभी बोर्न मेरो यूनिट की स्थापना हॉस्पिटल की पांचवीं मंजिल स्थित 10 रुमों में की जा रही है और लगभग 80 लाख रुपए की राशि हेपा फिल्ट्रेशन और एयर कंडिशनिंग पर भी खर्च की जा रही है। अभी एमवाय अस्पताल में यह सुविधा तो उपलब्ध है, मगर वहां मरीजों की संख्या ज्यादा रहती है और 3 से 4 मरीजों का ही एक वक्त में यह उपचार हो पाता है। अब अगले एक महीने में यह नई सुविधा भी हॉस्पिटल में उपलब्ध हो जाएगी।

 

 

 

Share:

Next Post

36 हजार छात्रों को स्कूटर देगी राज्य सरकार, प्रथम श्रेणी से पास की थी परीक्षा

Fri Oct 21 , 2022
गुवाहाटी: इस वर्ष की उच्च माध्यमिक परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके 36,000 मेधावी छात्रों को असम सरकार ने स्कूटर देने का फैसला किया है, जिसमें अधिकतर लड़कियां शामिल हैं. राज्य के शिक्षा मंत्री रनोज पेगु ने मीडिया को बताया कि इस हफ्ते, असम कैबिनेट ने ₹258.9 करोड़ की लागत से कार्यक्रम को लागू करने का प्रस्ताव […]