देश मध्‍यप्रदेश

जनता के आवेदनों के निराकरण के लिए निरंतर लगाये शिविर: मुख्यमंत्री शिवराज

सीएम जन सेवा अभियान 2.0 में 90 फीसदी से अधिक आवेदनों का हुआ निराकरण

भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि सीएम जन सेवा अभियान 2.0 (CM Jan Seva Abhiyan 2.0) में जनता के आवेदनों के निराकरण के लिए निरंतर शिविर लगाये जाये। प्रभारी मंत्री, जन-प्रतिनिधि और प्रशासनिक अमला अभियान में जनता की शिकायतों के त्वरित निराकरण (Quick redressal of public complaints) के लिए ध्यान दें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 22 मई तक 90 प्रतिशत से अधिक आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है। अभियान को अच्छी सफलता मिल रही है। अभियान में नागरिकों को 68 सेवाओं का लाभ मिल रहा है। यह सुनिश्चित किया जाये कि पात्र व्यक्ति लाभ से वंचित नहीं रहे।

मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार शाम को निवास कार्यालय समत्व भवन से मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान 2.0 (Chief Minister Public Service Campaign 2.0) की प्रगति की वर्चुअल समीक्षा कर रहे थे। बैठक में पूर्व मंत्री रामपाल सिंह, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सांसद, विधायक, जन-प्रतिनिधि, कमिश्नर-कलेक्टर और अन्य अधिकारी जिलों से वर्चुअली जुड़े।


मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों में भ्रमण के दौरान मुझे जनता से प्राप्त आवेदनों का कलेक्टर्स अत्यंत गंभीरता से सकारात्मक निराकरण करें। इलाज के मामलों में संवेदनशीलता से कार्यवाही की जाये। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की 31 मई को अंतिम सूची प्रकाशित हो जाएगी। प्राप्त आवेदनों की आपत्तियों का निराकरण जल्द कर लें। आगामी एक जून से स्वीकृति-पत्रों का वितरण घर-घर जाकर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मैं भी स्वीकृति-पत्र वितरण करने जाऊँगा। आगामी 10 जून को सिंगल क्लिक से बहनों के खातों में योजना की राशि अंतरित की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्याज माफी के फार्म भरने का काम व्यस्थित चलता रहे। किसी भी जिले में किसानों की उपज का भुगतान शेष न रहे। बिजली विभाग जले ट्रांसफार्मर बदलवाने और बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्य ठीक ढंग से हों। नाले-नालियों की सफाई बरसात के पहले हो जाए। अतिवर्षा, बाढ़ से बचाव की बरसात के पूर्व की तैयारियाँ गंभीरता से कर लें। जनजाति बहुल 89 ब्लॉक में पेसा नियम का प्रचार-प्रसार हो।

उन्होंने जन-प्रतिनिधियों से कहा कि अवैध कॉलोनी को वैध करने के अभियान में लगभग 7 हजार कॉलोनी वैध कर दी गई हैं। शेष अवैध कॉलोनियों को वैध घोषित करने का कार्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्य सरकार ने जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। भ्रष्टाचार के प्रकरणों में त्वरित कार्यवाही हो, जिले में तीखी नजर बनाकर रखें। किसी भी हालत में भ्रष्टाचार नहीं होना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम जन सेवा अभियान 2.0 में रायसेन जिले में 84 प्रतिशत निराकरण हुआ है। रायसेन में जाति-पत्र, नामांतरण, बँटवारा के ज्यादा प्रकरण आ रहे हैं। इन प्रकरणों का शिविर लगा कर निराकरण में तेजी लाई जाए। सभी कलेक्टर्स जातियों के विवादित मामलों की सूची बना कर भेज दें। राज्य सरकार उस पर समग्र विचार कर विसंगतियाँ दूर करने का रास्ता निकालेगी। उन्होंने कहा कि सिंगरोली में सात हजार जाति प्रमाण-पत्र बन गए हैं। चालू खसरा-खतौनी, नामांतरण, बँटवारा, सीमांकन के आवेदन अधिक आए हैं, जिनका गंभीरता से निराकरण किया जाये।

सांसद, विधायक और जन-प्रतिनिधियों ने बताया कि उनके क्षेत्र में लगातार शिविर लगा कर जनता की समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। जानकारी दी गई कि हरदा में 85 प्रतिशत आवेदनों का निराकरण हुआ है। शहडोल में 88.1 प्रतिशत, शाजापुर में 98.2 प्रतिशत और झाबुआ में 89 प्रतिशत आवेदन निराकृत हुए हैं। अभियान अच्छे से चल रहा है। पन्ना में उच्च शिक्षा, नगरीय निकाय, नामांतरण, बँटवारा के प्रकरण आ रहे हैं। शिविर लगाकर मौके पर जनता को आदेश की प्रति दी जा रही है। अलीराजपुर में नामांतरण, बँटवारा के प्रकरण तेजी से निराकृत हो रहे हैं। सतना में एक ही दिन में 2 हजार से अधिक सीमांकन के प्रकरणों का निराकरण हुआ है। श्योपुर में बाल समत्व अभियान में बच्चों को जन्म के समय किट उपलब्ध कराने का नवाचार किया जा रहा है।

Share:

Next Post

कार्य में विलंब के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए : CM चौहान

Wed May 24 , 2023
– मुख्यमंत्री ने समाधान ऑनलाइन में दिए निर्देश-किसानों को उपज का भुगतान एक हफ्ते में सुनिश्चित किया जाए भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि किसानों को उनकी उपज का भुगतान (paying farmers their produce) एक हफ्ते में सुनिश्चित किया जाए। इसमें किसी भी स्थिति में विलंब स्वीकार […]