इंदौर न्यूज़ (Indore News)

जले तेल में तले नमकीन से कैंसर, हार्ट अटैक

 

 

तड़पती हुई मौत का कारण बने समोसा-कचौरी
इंदौर। कई लोग इस बात की शिकायत करते हैं कि उन्होंने संयमित जीवन जिया, इसके बाद भी उन्हें कैंसर (cancer) और हार्ट अटैक (heart attack) जैसी बीमारियां (diseases) क्यों हो गईं। उसका कारण है जला हुआ तेल (oil)…यानी होटल (hotel), रेस्टोरेंट (restaurant) सहित खाने-पीने के ठीयों पर बार-बार इस्तेमाल किया जाने वाला तेल कैंसर और हार्ट अटैक (heart attack) जैसी बीमारियों और मौतों (deaths) का कारण बन रहा है। यदि कुकिंग ऑइल (cooking oil) को तीन से ज्यादा बार इस्तेमाल किया जाता है तो कैंसर होने के अलावा हार्ट की नसों में ब्लॉकेज (blockage), किडनी (kidney), लिवर (liver) सहित कई अन्य बीमारियां (diseases) होती हैं।


जले हुए तेल का साइड इफेक्ट (side effect) इतना है कि हार्ट यानी हृदय की तीनों नलियों में ब्लॉकेज कर देता है, जिससे मरीज की जान पर बन जाती है। जले हुए तेल के साइड इफेक्ट्स के बारे में डॉक्टर हसानी ने बताया कि जब हम बार-बार एक ही तेल प्रयोग में लाते हैं तो उसमें फ्री रेडिकल्स (free radicals) बनने लगते हैं, जो आगे चलकर कैंसर, स्ट्रोक और अल्जाइमर जैसी घातक बीमारियां देते हैं। डॉक्टर्स के अनुसार अगर एक ही तेल को बार-बार गर्म किया जाए तो उसकी महक के साथ-साथ उसका असली प्रभाव भी खत्म हो जाता है, जिसकी वजह से तेल में फैट जमने लगता है और तेल का रंग काला पड़ जाता है। अगर आप जले हुए तेल में बना खाना खाते हैं तो यह फैट खाने में चिपककर सेहत को नुकसान पहुंचाता है। यह तेल शरीर में कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) की मात्रा को बढ़ा देता है। अगर आप जले हुए तेल में खाना बनाते हैं तो इससे विषैले तत्व रसायन बनने लगते हैं, जो पेट में जाने के बाद गैस बनाते हैं। इसके कारण आपको अपच और पेट दर्द जैसी समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। अगर आप तेल का इस्तेमाल एक से अधिक बार करते हैं तो तेल में गाढ़ा काला फैट जमा हो जाता है, जिसकी वजह से मोटापा (obesity ) बढऩे का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। बार-बार गर्म किया हुआ तेल या फिर बचा हुआ तेल कैंसर की संभावना को बढ़ा देता है। यह आपको पेट का कैंसर, गॉल ब्लेडर का कैंसर, लिवर कैंसर (cancer)  एवं अन्य प्रकार के कैंसर भी दे सकता है। इसके अलावा यह आपको पेट व दिल से जुड़ी अन्य बीमारियों का शिकार भी बना सकता है। इसके कारण अल्जाइमर, एसिडिटी और अन्य गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।


इतना खतरनाक है जला हुआ तेल
डायटीशियन प्रीति शुक्ला ने बताया कि जले हुए तेल का इस्तेमाल कई खतरनाक रोगों का मरीज बना सकता है।
– यूज हुआ तेल बार-बार गर्म करने से उसमें फ्री रेडिकल्स का निर्माण होता है। इससे तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट की मात्रा खत्म होने लगती है, जो स्किन रोगों का कारण है।
– बार-बार तेल का इस्तेमाल करने पर उसके मिनरल्स खत्म हो जाते हैं और कैंसर की आशंका बढ़ती है।
– यूज किया गया तेल काला पड़ता जाता है। ये तेल शरीर में लो डेंसिटी लीपोप्रोटीन यानी बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है।
– बचा हुआ तेल हृदय रोग, हार्ट स्ट्रोक को बढ़ाता है।
– जला हुआ तेल खाने से गले में जलन और एसिडिटी की शिकायत हो सकती है। मोटापे का खतरा रहता है।
– जले हुए तेल को खाने से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही ये ब्लड को गाढ़ा बना देता है। सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। ये नलियों को चोक कर देता है।

Share:

Next Post

युवा दोनों डोज लगाने में आगे, उम्रदराज पीछे

Sun Nov 21 , 2021
जो मरते-मरते बचे… वही दूसरे डोज से पीछे हटे इंदौर। वैक्सीन (Vaccine) का दूसरा डोज (second dose) लगवाने के मामले में जहां युवा सबसे आगे हैं तो वहीं हैरानी की बात यह है कि कोरोना (corona) की दोनों लहरों में जिस उम्र के लोग सबसे ज्यादा कोरोना से संक्रमित हुए थे, वही लोग वैक्सीन (Vaccine) […]