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अमेरिका में भी TikTok पर बैन लगाने की तैयारी, चुनावों को प्रभावित करने हो सकता है चीनी ऐप का उपयोग

नई दिल्‍ली (New Delhi) । भारत के बाद अब अमेरिका (America) भी चीनी ऐप टिकटॉक (Chinese app TikTok) के बुरे दिन शुरू होते नजर आ रहे हैं. कारण, इस पर बैन (Ban) लगाया जा सकता है. इसको लेकर एक विधेयक कुछ दिनों पहले ही पेश किया जा चुका है. इस पर अब वोटिंग होनी है. वहीं अब अमेरिकी खुफिया एजेंसी (American intelligence agency) की रिपोर्ट में इस ऐप्लिकेशन को लेकर चौंकाने वाली बात सामने आई है. इसमें कहा गया है कि इस चीनी ऐप का इस्तेमाल अमेरिका में होने वाले चुनावों को प्रभावित करने के लिए किया जा सकता है.

अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी के डायरेक्टर एवरिल हैन्स ने मंगलवार को प्रतिनिधि सभा की खुफिया समिति की सुनवाई में कहा कि चीन 2024 के अमेरिकी चुनावों को प्रभावित करने के लिए सोशल मीडिया ऐप टिकटॉक का इस्तेमाल कर सकता है. चीनी ऐप पर यूजर्स का डेटा चीन के साथ शेयर करने के आरोप कई बार लग चुके हैं. यही कारण था कि इसे भारत में बैन कर दिया गया.

डेमोक्रेटिक सांसद राजा कृष्णमूर्ति द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) चुनावों को प्रभावित करने के लिए टिकटॉक का इस्तेमाल करेगी, हैन्स ने कहा, “हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि सीसीपी इसका इस्तेमाल करेगी.”

कृष्णमूर्ति चीन पर सदन की चयन समिति में रैंकिंग डेमोक्रेट भी हैं, जिन्होंने अपने रिपब्लिकन अध्यक्ष माइक गैलाघेर के साथ पिछले हफ्ते एक विधेयक पेश किया था. इसके मुताबिक 170 मिलियन अमेरिकियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले टिकटॉक ऐप को बेचने के लिए ऐप्लिकेशन के चीनी मालिक बाइटडांस को लगभग छह महीने का समय दिया गया है. यानी वह या तो चीन से अपना नाता तोड़े या फिर अमेरिका से ऐप को बंद करे.


खुफिया रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात आई थी सामने
बता दें कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी की 2024 वार्षिक खतरे के आकलन की रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी सरकार की प्रचार शाखा द्वारा चलाए जा रहे टिकटॉक अकाउंट्स ने कथित तौर पर 2022 में अमेरिकी मध्यावधि चुनाव चक्र के दौरान दोनों राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों को टारगेट किया था. रिपोर्ट में यह भी चेतावनी दी गई है कि चीन अपने आलोचकों को किनारे करने और अमेरिका में सामाजिक विभाजन को बढ़ाने के लिए 2024 में अमेरिकी चुनावों को प्रभावित करने का प्रयास कर सकता है.

वहीं टिकटॉक ने स्पष्ट कहा चुका है कि उसने अमेरिकी यूजर्स का डेटा चीनी सरकार के साथ शेयर नहीं किया है और न ही करेगा. ऐप कंपनी के मालिक का तर्क है कि हाउस बिल बैन के बराबर है. हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि क्या चीन ऐप्लिकेशन की बिक्री को मंजूरी देगा या फिर अमेरिका में इस ऐप्लिकेशन को छह महीने में बैन कर दिया जाएगा.

अमेरिकी सरकार के निशाने पर है टिकटॉक
पिछले लंबे समय से टिकटॉक अमेरिकी सरकार के निशाने पर है. टिकटॉक पर चुनाव प्रभावित करने के अलावा भी कई आरोप लग चुके हैं. जैसे कि उसके द्वारा जानबूझकर बच्चों की सुरक्षा खतरे में डालकर सोशल मीडिया माध्यमों में बच्चों की मानसिक सेहत बिगाड़ने वाले, आत्महत्या के लिए उकसाने वाले और शोषण का शिकार बनाने वाले फीचर शामिल किए हैं. अमेरिकी सीनेटर टॉम कॉटन ने हाल ही में टिकटॉक के सिंगापुर प्रमुख शोउ ज़ी च्यू से चीन के साथ उनके संबंधों के बारे में पूछा और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से उनके संबंधों को लेकर भी कड़े सवाल किए थे.

170 मिलियन से अधिक अमेरिकी करते हैं टिकटॉक का इस्तेमाल
पिछले साल मार्च में चीनी स्वामित्व वाली कंपनी टिकटॉक से कड़े सवाल-जवाब किए गए थे, जिसके बाद बुधवार को अमेरिकी सांसदों के सामने टिकटॉक के सीईओ च्यू पहली बार हाजिर हुए. कुछ लोगों का सुझाव था कि ऐप बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहा है और यूजर्स का डेटा चीन की सरकार को दिया जा सकता है. च्यू ने खुलासा किया कि 170 मिलियन से अधिक अमेरिकी हर महीने टिकटॉक का इस्तेमाल करते हैं जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 20 मिलियन अधिक है.

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