देश भोपाल न्यूज़ (Bhopal News) मध्‍यप्रदेश

CM ने कहा, बांध से जल रिसाव की स्थिति पर सतत नजर, ग्रामों के लोग सुरक्षित

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि धार जिले में कारम डैम (karam dam) से हो रहे जल रिसाव के कारण जनहानि की आशंका को रोकने के लिए पूरी स्थिति पर सतत नजर रखी जा रही है। उन्होंने कलेक्टर और मैदानी अधिकारियों से कहा-आप डटे रहें, सरकार आपके साथ है। जनता के साथ पशुओं के जीवन की सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।

 

मुख्यमंत्री चौहान शनिवार को भोपाल में मंत्रालय स्थित राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष से धार जिले के कारम डैम की स्थिति को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। मुख्य सचिव सहित अनेक अधिकारियों की उपस्थिति में उन्होंने इंदौर कमिश्नर, आईजी और धार कलेक्टर, एसपी सहित जल संसाधन के वरिष्ठ अधिकारियों को सुरक्षा एवं बचाव संबंधी आवश्यक निर्देश दिये। बैठक देर शाम तक जारी है।

 

मुख्यमंत्री ने एनडीआरएफ दिल्ली के असिस्टेंट कमांडेंट दिनेश धीमन से राहत कार्यों के संचालन का विवरण दूरभाष पर चर्चा कर प्राप्त किया। उन्होंने केंद्रीय जल आयोग के मुख्य अभियंता और बांध सुरक्षा टीम से जुड़े विशेषज्ञों से भी चर्चा की। साथ ही देश के विशेषज्ञों से संपर्क कर परामर्श लिया।

 

तकनीकी परामर्श और मार्गदर्शन

मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन बांध की स्थिति के बारे में तकनीकी परामर्श भी प्राप्त किया। उन्होंने केंद्रीय जल आयोग के चीफ इंजीनियर आदित्य शर्मा और बांध सुरक्षा प्राधिकरण के सदस्य विवेक त्रिपाठी से बांध से अन्य मार्ग द्वारा पानी निकालने और पानी के संभावित प्रवाह और अन्य हालातों के बारे में चर्चा की। परामर्श के अनुसार आवश्यक कार्यवाही चल रही है।



गुरुवार की रात्रि से सभी अलर्ट मोड पर

मुख्यमंत्री ने धार ज़िले की धर्मपुरी तहसील में कारम मध्यम सिंचाई परियोजना के निर्माणाधीन बांध के संबंध में वस्तुस्थिति जल संसाधन विभाग से जानी और निरंतर सम्पर्क में रहकर आवश्यक निर्देश दिए। अत्यधिक बारिश हो जाने के कारण जैसे ही निर्माणाधीन बांध में पानी रिसने की जानकारी 11 अगस्त को धार जिला प्रशासन को मिली, जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित विभागों को बांध की स्थिति से अवगत करवाया। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री कार्यालय को भी सूचित किया गया। मुख्यमंत्री ने 11-12 अगस्त की रात से ही निर्माणाधीन बांध से पानी रिसने का संज्ञान लेते हुए तुरंत कमिश्नर इंदौर सहित संबंधित विभागों के प्रमुख सचिव को आवश्यक निर्देश दिए। सभी संबंधित विभाग और वरिष्ठ अधिकारी अलर्ट मोड पर हैं। मुख्यमंत्री गुरुवार रात से ही निर्माणाधीन बांध से पानी रिसने के बाद चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन को मॉनिटर करते रहे हैं। उन्होंने औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव और जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट को भी क्षेत्र में जाने के निर्देश दिए।

 

आपदा दल पहुँचे बांध क्षेत्र में

कल ही धार के कारम डेम साइट के लिए 5 कॉलम आर्मी के रवाना हो गए थे। इनमें से एक कॉलम इंजीनियरिंग का भी शामिल है। प्रत्येक कॉलम में लगभग 40 जवान शामिल होते हैं। एनडीआरएफ के महानिदेशक ने गृह विभाग को अवगत करवाया कि एनडीआरएफ की 3 अतिरिक्त टीम एक भोपाल से, एक वड़ोदरा से और एक सूरत से बचाव सामग्री के साथ धामनोद के लिए रवाना की गई हैं। प्रत्येक टीम में 30-35 प्रशिक्षित बचाव कर्मी होते हैं। इसके अलावा एसडीआरएफ के 8 अतिरिक्त दल गए हैं। प्रत्येक दल में 10-12 सदस्य होते हैं। प्रदेश के अन्य ज़िलों से और भोपाल से महानिदेशक होमगार्ड द्वारा दल रवाना किए गए। एयर फोर्स के 2 हेलीकॉप्टर की व्यवस्था भी की गई। इंदौर संभाग और धार ज़िले के सभी सम्बंधित उच्च अधिकारी कल रात से धामनोद और बांध की साइट पर ही रूके हैं, जो बचाव कार्यों की सतत निगरानी कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी को दी जानकारी

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को भी धार जिले के निर्माणाधीन बांध में रिसाव और क्षेत्र के निवासियों की रक्षा के संबंध में जानकारी दी। उन्हें बताया गया कि एक डायवर्सन मार्ग द्वारा बांध के जल को अन्य दिशा में प्रवाहित करने की कार्यवाही प्रारंभ की गई है।

 

सुबह से शुरू हुई बैठक चली देर शाम तक, मुख्यमंत्री की निरंतर नजर

मुख्यमंत्री चौहान निर्माणाधीन बांध के संबंध में पूरी स्थितियों पर निरंतर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने धार और खरगोन जिलों के कलेक्टर को जनता की सुरक्षा के लिए निर्देश दिए। साथ ही निर्माणाधीन बांध में कट लगा कर मार्ग डायवर्ट करने की कार्रवाई को मुख्यमंत्री ने लाइव वीडियो द्वारा देखा और वरिष्ठ अधिकारियों को सेना, एनडीआरफ, एसडीआरएफ के दल क्षेत्र में तैनात रखने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन को किसी भी तरह का कष्ट न हो। सभी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करें।

रिक्त करवाए गए बांध के निकटस्थ ग्राम

धार जिले में निर्माणाधीन बांध से जल रिसाव की आशंका को देखते हुए संबंधित ग्रामों के निवासियों को विस्थापित किया गया है। पहले ग्रामवासियों द्वारा असहयोग की बात सामने आई थी, लेकिन पूरी स्थितियों को देखते हुए क्षेत्र के लोग शिफ्ट होने को तैयार हुए। मवेशियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की गई। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे।

 

शिविर में की गई व्यवस्था

धार जिले के दुर्घटना आशंका ग्रस्त ग्रामों को रिक्त करवा कर निवासियों को राहत शिविरों में भेज दिया गया है। उनके लिए भोजन और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की गईं हैं। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर धार से ग्रामवासियों को शिविरों में ठहराने के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की और पूर्व में दिए निर्देशों के अनुपालन का विवरण प्राप्त किया। निवासियों के साथ क्षेत्र के पालतू मवेशी भी सुरक्षित स्थान पर लाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कल ही प्रशासन को सभी नागरिकों के साथ मवेशियों को भी सुरक्षित जगह पहुँचाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि कोई भी मवेशी बंधे न रह जाए, उनकी जिंदगी भी बचाई जाए।

परीक्षा की घड़ी

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से चर्चा में कहा कि यह परीक्षा की घड़ी है। सभी अपना कर्त्तव्य मुस्तैदी से पूरा करें। शिविरों में जरूरी सुविधाएँ दी जाएँ। कलेक्टर धार ने बताया कि ग्रामवासियों का पूरा सहयोग मिल रहा है। लोगों को सुरक्षित निकालने के कार्य में कोई कठिनाई नहीं आयी। जन-प्रतिनिधियों का भी सहयोग मिला है। मौके पर मौजूद जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव से भी मुख्यमंत्री ने जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर धार से कहा कि “पंकज जीवन में कभी-कभी ऐसे अवसर आते हैं, जब हमको सामने आकर के सारी कठिनाइयों से लड़ना होता है। अपनी बुद्धिमत्ता और तत्परता का प्रयोग करते हुए हमें पशुधन और जनधन की पूरी हिम्मत के साथ रक्षा करनी है।” मुख्यमंत्री ने कहा जन-प्रतिनिधियों के सहयोग से खतरे में आए गाँव के लोगों को तत्काल अन्य जगह ले जाएं। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर धार से कहा कि युद्ध स्तर पर कार्य करें। आम जनता को सुरक्षित निकाल कर ले जाए। यह हमारी परीक्षा की घड़ी है। पूरी हिम्मत से लगे रहें। जनता के साथ ही मवेशियों की जीवन रक्षा भी हमारी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने खरगौन कलेक्टर से भी दूरभाष पर चर्चा की। निर्माणाधीन बांध से पानी रिसने के कारण धार जिले के 12 और खरगोन जिले के 6 कुल 18 ग्रामों के प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए आवश्यक कदम उठाए गए हैं।

 

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