नई दिल्ली । महाराष्ट्र(Maharashtra) विधानसभा चुनाव (assembly elections)में हार के बाद शिवसेना यूबीटी (Shiv Sena UBT)के सामने नई चुनौती खड़ी(A new challenge arises) हो रही है। नेता खुले मंचों से पार्टी के कामों की आलोचना कर रहे हैं। हाल ही में एक वरिष्ठ नेता और विधायक ने शिवसेना यूबीटी की तुलना ‘कांग्रेस की हालत’ से कर दी। खास बात है कि ये घटनाक्रम ऐसे समय पर हुए हैं, जब मुंबई में BMC यानी बृह्नमुंबई महानगरपालिका की तैयारियां जारी हैं।
विधायक भास्कर जाधव ने पार्टी के काम करने के तरीकों पर सवाल उठा दिए। सोमवार को उन्होंने रत्नागिरी जिले में चिपलून और आसपास के क्षेत्रों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। उन्होंने कहा, ‘यह कहते हुए दुख होता है, लेकिन हमारी पार्टी की हालत कांग्रेस जैसी हो गई है। हमारे पास काम नहीं करने वाले पदाधिकारियों और नेताओं को हटाने की हिम्मत नहीं है। वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों के सुझाव सुनने वाला कोई नहीं है।’
उन्होंने यह भी सुझाव दिया है कि पार्टी के पदाधिकारियों का निश्चित कार्यकाल होना चाहिए। खास बात है कि उस दौरान बैठक में पूर्व सांसद विनायक राउत और उद्धव ठाकरे के करीबी संजय कदम भी मौजूद थे। जाधव ने कहा, ‘हमें गलत फैसलों पर विचार करना होगा और आगे की प्रक्रिया बेहतर करनी होगी। यह संगठन को मजबूत करेगा और आगामी चुनावों में अहम भूमिका निभाएगा।’
उन्होंने कहा कि भाजपा आज हिन्दुत्व सिखा रही है, लेकिन ‘बालासाहब ठाकरे थे, जो ताकतवर कांग्रेस के खिलाफ खड़े हुए थे।’ उन्होंने कहा, ‘पार्टी के कार्यकर्ता संगठन के लिए मेहनत करना चाहते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से नेता उन लोगों का पक्ष लेते हैं, जो पैसा देते हैं। पार्टी कार्यकर्ता तब ही मेहनत कर सकेंगे, जब नेता ईमानदार होंगे। शिवसेना आग है और कभी कभी हमें जलते कोयलों पर चलना पड़ता है।’
इसपर, पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि जाधव ने जो भी कहा, उसपर विचार किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे समय पर वरिष्ठ नेताओं को देखना चाहिए कि वह क्या बोल रहे हैं। वह जाधव की तरफ से पार्टी के काम करने के तरीकों पर सवाल उठाए जाने से नाराज दिखे।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved