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गहलोत सरकार को गिराने की साजिश का खुलासा, बीजेपी ने बताया कांग्रेस की साजिश

  • एसओजी ने मामला दर्ज किया, कुछ और लोगों पर भी गिर सकती है गाज
  • मुख्य सचेतक महेश जोशी ने दिया था परिवाद
  • 13 जून को हुई थी 25-25 करोड़ में विधायकों को खरीदने की बात

जयपुर। राज्यसभा चुनाव के दौरान हॉर्स ट्रेडिंग मामले में जांच में जुटी राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप टीम को बड़ी कामयाबी मिली है। एसओजी ने कई संदिग्धों के फोन सर्विलांस पर रखते हुए प्रदेश की कांग्रेस सरकार के तख्तापलट की साजिश से पर्दा उठाया है। एसओजी ने इस सियासी साजिश में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें ब्यावर से बीजेपी नेता और व्यवसायी भरत भाई, उदयपुर से राजपूत नेता अशोक चौहान शामिल हैं। एसओजी दोनों से पूछताछ कर रही है और जल्द ही इस पूरे मामले में कोई बड़ा खुलासा और हो सकता है।
एसओजी ने विधायकों की खरीद-फरोख्त और गहलोत सरकार को अस्थिर करने के आरोपों में शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अशोक राठौड़ ने बताया कि दो व्यक्ति, जिनके मोबाइल नम्बर की जानकारी है, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उनसे पूछताछ जारी है और इस मामले में अन्य लोगों के शामिल होने की जानकारी मिलने पर उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जायेगा। डीजीपी डॉ. भूपेंद्र सिंह के अनुसार एसओजी ने राज्यसभा चुनाव के दौरान हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर शिकायत के बाद कई संदिग्ध मोबाइल फोन नंबरों को सर्विलांस पर रखा गया था। इस सर्विलांस में मोबाइल नंबर 9929229909 और 8949065878 मोबाइल नंबर पर हुई बातचीत के बाद विधायकों को खरीद-फरोख्त का सनसनीखेज खुलासा हुआ।
इस पूरे मसले पर राजस्थान बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए इसके पीछे साजिश बताया है। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा है कि एसओजी में दर्ज मामले की स्क्रिप्ट कांग्रेस सरकार की लिखी हुई है। यह बीजेपी के खिलाफ साजिश है। उन्होंने कहा है कि हम कानूनी कार्रवाई करेंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले महीने 19 जून को राज्य से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव से पहले प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने अपने कुछ विधायकों को प्रलोभन दिए जाने का आरोप लगाया था। पार्टी की ओर से इसकी शिकायत एसओजी को की गयी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि राज्य में विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है और करोड़ों रुपये नकद जयपुर भेजे जा रहे हैं।
एसओजी के अनुसार इन मोबाइल नंबर पर 13 जून को हुई बातचीत में विधायकों को खरीदने और गहलोत सरकार को गिराने का मामला सामने आया। इन दोनों नंबरों पर हुई वार्ता में सामने आया है कि वर्तमान सरकार को गिराकर नया मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। इससे पहले एसओजी को सूचना मिली थी कि सुजानगढ़ विधायक रमीला खड़िया को एक बीजेपी लीडर धन का प्रलोभन देकर अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं। उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि कांग्रेस विधायकों एवं निर्दलीय विधायकों को 20-25 करोड़ रुपए का प्रलोभन दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री राजस्थान ने भी राज्यसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी की ओर से विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए प्रलोभन देकर खरीदने की बात कही थी। इसके बाद महेश जोशी मुख्य सचेतक कांग्रेस ने एसओजी में परिवाद दर्ज कराया था। एसओजी ने राज्य में विधायकों की खरीद-फरोख्त और निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के आरोपों में जांच पड़ताल करते हुए शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया है। इस मामले में एसओजी ने मोबाइल सर्विलांस वार्ता के आधार पर मुकदमा दर्ज करने के बाद पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया है।

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