उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

नाकामी पर पर्दा.. लिफ्ट नहीं लगवा पाए तो हड्डी वार्ड नीचे शिफ्ट किया

  • डेढ़ साल से बंद है जिला अस्पताल की लिफ्ट-मरीजों को पहली मंजिल से डी वार्ड में भर्ती कराया

उज्जैन। संभाग के सबसे बड़े सरकारी जिला अस्पताल में माधवनगर अस्पताल से हड्डी वार्ड को पहली मंजिल पर शिफ्ट किया गया था तभी से जिला अस्पताल की लिफ्ट बंद पड़ी थी। 4 माह पहले पत्रकारवार्ता लेकर अस्पताल प्रबंधन ने नई लिफ्ट लगाने की घोषणा की थी। यह प्रयास भी नाकाम रहा और अब इस पर पर्दा डालने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने हड्डी वार्ड को पहली मंजिल से तल पर स्थित डी वार्ड में शिफ्ट कर दिया। उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल में मरीजों के उपचार के लिए 450 बेड हैं। सिंहस्थ 2016 के दौरान यहाँ पहली मंजिल पर स्थित हड्डी वार्ड को फ्रीगंज स्थित माधवनगर सरकारी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया था। परंतु वहाँ उपचार के साधनों के अभाव के चलते इसका काफी विरोध हुआ था और डेढ़ साल पहले वापस माधवनगर अस्पताल से हड्डी वार्ड को जिला अस्पताल की पहली मंजिल पर शिफ्ट किया गया था। पहली मंजिल पर हड्डी वार्ड होने के कारण मरीज को लाने और ले जाने के लिए जिला अस्पताल की पुरानी लिफ्ट काम आ रही थी।


परंतु डेढ़ साल से यह भी खराब हो गई और सुधर नहीं पाई थी। अस्पताल प्रबंधन का कहना था कि लिफ्ट के सुधार पर काफी खर्च आ रहा है। इसमें कुछ राशि और मिलाकर नई लिफ्ट लगाई जा सकती है। इधर कोरोना काल के दौरान जिला अस्पताल के लिए शासन से नई लिफ्ट लगाने की मंजूरी स्वास्थ्य विभाग को मिल गई थी। लगभग 4 माह पहले सिविल सर्जन तथा अस्पताल प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों ने पत्रकारवार्ता लेकर मीडियाकर्मियों को बताया था कि जिला अस्पताल में हड्डी वार्ड के मरीजों की सुविधा के लिए दो माह में नई लिफ्ट लगा दी जाएगी। इसके लिए नोडल एजेंसी विकास प्राधिकरण को तय किया गया था। परंतु उसके बाद से लेकर अब तक यह लिफ्ट नहीं लगाई जा सकी। इस कारण हड्डी वार्ड की ऊपरी मंजिल से मरीजों को लाने और ले जाने में वार्ड बाय से लेकर मरीज के परिवार के सदस्यों को रोजाना परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था और मरीजों की जान पर भी खतरा बना हुआ था। अग्रिबाण द्वारा इस मुद्दे को प्रमुखता से कई बार उठाया गया था। इससे अस्पताल प्रबंधन की नाकामी उजागर हो रही थी। इस पर पर्दा डालने के लिए लिफ्ट लगाने में नाकाम रहे अस्पताल प्रबंधन ने रविवार को जिला अस्पताल की ऊपरी मंजिल पर स्थित हड्डी वार्ड से भर्ती मरीजों को तल पर स्थित डी वार्ड में शिफ्ट करा दिया। जवाबदारों का कहना है कि लिफ्ट नहीं होने की वजह से ऊपरी मंजिल पर आने जाने में मरीजों को परेशानी हो रही थी। इसे देखते हुए यह बात आज से डी वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।

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