- सौरभ आत्महत्या मामले में दुकान मालिक, उसकी बेटी सहित डॉक्टर व अन्य पर प्रकरण दर्ज
जबलपुर। रांझी चंद्रशेखर आजाद वार्ड बंगाली कालोनी में पूर्व पार्षद के भतीजे 40 वर्षीय सौरभ साहू की आत्महत्या मामले में आखिरकार पुलिस ने दुकान मालिक, उसकी बेटी व डॉक्टर तरनजीत सिंह गुजराज सहित अन्य पर आत्महत्या दुष्प्रेरण व मारपीट का प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपियों ने सौरभ से दुकान खाली कराने के लिये उसे लगातार प्रताडि़त कर मारपीट की थी, जिस पर आत्मग्लानीवश सौरभ ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली थी। उल्लेखनीय है कि 12 अक्टूबर की रात हुए विवाद के बाद 40 वर्षीय सौरभ साहू ने पंखे पर फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया था। पुलिस को मृतक के पास मिले सुसाईड नोट व सीसीटीव्ही फुटेज से पता चला कि मृतक सौरभ साहू, ऋषि साहू की दुकान किराये पर लेकर विगत कई वर्षो से मेडिकल की दुकान चला रहा था।
उसके बाजू में किराये डॉ. तरनजीत सिंह गुजराल डेंटल क्लीनिक का संचालन कर रहा था। जिसके यहां दुकान मालिक ऋषि साहू की लड़की डॉ. ऋषिता साहू भी प्रेक्टिस कर रहीं थी। पुलिस ने बताया कि डॉ. तरनजीत का मृतक सौरभ से विगत दो वर्षो से दुकान को लेकर विवाद चल रहा था। डॉ. तरनजीत, सौरभ से दुकान खाली कराकर उस पर अपनी मेडिकल दुकान खोलना चाह रहा था, जिसके लिये उसने दुकान मालिक ऋषि को भी अपने पक्ष में कर लिया था और सभी मिलकर सौरभ पर दुकान खाली करने का दवाब बना रहे थे।
घटना के दिन आधा आरोपियों ने की थी मारपीट
पुलिस ने बताया कि घटना दिनांक को आरोपी डॉ. तरनजीत सिंह गुजराल, उदीप रील, काके गूमरा, तेजिंदर सिंह लांबा ने मृतक सौरभ साहू से विवाद करते हुए उसकी दुकान में घुसकर उसे खींचकर बाहर निकाला और रोड पर ले जाकर जमकर मारपीट की थी। जिसके बाद सौरभ घर पहुंचा और आत्मग्लानीवश पंखे से लटकर आत्महत्या कर ली।
आधा दर्जन आरोपियों पर प्रकरण दर्ज
पुलिस ने जांच उपरांत आरोपी डॉ. तरनजीत सिंह गुजराल, दुकान मालिक ऋषि साहू, उसकी बेटी डॉ. ऋषिता साहू, उदीप रील, काके गूमरा, तेजिंदर सिंह लांबा के खिलाफ आत्महत्या दुष्प्रेरण सहित अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयासा शुरु कर दिये है।