- रात का पारा मामूली चढ़ा
भोपाल। वर्तमान में मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। उत्तर भारत में ठंड बढऩे लगी है। वहां से आ रही सर्द हवाओं के असर से मध्य प्रदेश में सिहरन बढऩे लगी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने की संभावना है। सर्दी बढऩे से दिन के तापमान में भी गिरावट होने लगी है। इस वजह से धूप गुनगुनी लगने लगी है। उधर बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे कम 10 डिग्री सेल्सियस तापमान मलाजखंड में दर्ज किया गया। राजधानी में न्यूनतम तापमान 13.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर पर बना पश्चिमी विक्षोभ समाप्त हो गया है। इस असर से हाल ही में उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के अलावा वर्षा भी हुई है। इससे वहां का तापमान काफी कम हो गया है। उत्तर भारत की तरफ से आ रही सर्द हवाओं के कारण राजधानी सहित मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में न्यूनतम तापमान में गिरावट हो रही है। बुधवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 13.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो मंगलवार के न्यूनतम तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 0.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। मंगलवार को अधिकतम तापमान 30.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक रहा था। रात का तापमान सामान्य से कम बना रहने के कारण धूप भी गुनगुनी लगने लगी है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि हवा के रुख में बदलाव होने के कारण तापमान में उतार-चढ़ाव हो रहा है। शुक्रवार को एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। हालांकि ट्रफ के रूप में आ रहे इस पश्चिमी विक्षोभ की आवृति कम है। इस वजह से इसका मध्य प्रदेश के मौसम पर विशेष प्रभाव पडऩे की संभावना कम है। इस वजह से न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना कम है।
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