हम सभी जानते हैं कि नमक में पाए जाने वाला एक मुख्य कंपोनेंट है सोडियम। हर रोज हम सोडियम का सेवन करते हैं। सोडियम खून में इलेक्ट्रोलाइट की सांद्रता को कम करता है और प्यास को बढ़ाता है। किडनी हमारे शरीर में पानी को जमा करती है और इलेक्ट्रोलाइट की सांद्रता को बैलेंस करती है। यह खून में पानी की सांद्रता को भी बढ़ाता है जिससे शरीर के ऊतकों में सूजन आ जाती है और एडिमा नामक बीमारी हो जाती है।
फास्ट फूड, जंक और पैकेज्ड फूड में अधिक मात्रा में नमक होता है। इनका अधिक सेवन करने से वजन बढ़ना स्वाभाविक है। इन खाद्य पदार्थों में अधिक डायटरी फैट के साथ ही अधिक कैलोरी भी होती है। वजन को नियंत्रित रखने के लिए फल, लीन प्रोटीन, होल ग्रेन और कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट लेना चाहिए। इनमें कम मात्रा में सोडियम पाया जाता है।
एक दिन में कितना सोडियम खाना चाहिए?
अधिक मात्रा में सोडियम का सेवन करने से वजन बढ़ने और शरीर में वाटर रिटेंशन की समस्या होती है। एक दिन में 2300 mg से कम मात्रा में सोडियम का सेवन करना चाहिए। कुछ लोगों को सोडियम सेंसिटिविटी की समस्या होती है। इस स्थिति में प्रतिदिन 1500 mg से कम सोडियम लेना चाहिए। सोडियम के कारण वाटर रिटेंशन और वजन बढ़ने के अलावा उच्च रक्तचाप की समस्या भी हो सकती है।
सोडियम एक इलेक्ट्रोलाइट है। शरीर की कोशिकाएं इसके द्वारा इलेक्ट्रिसिटी कंडक्ट करती हैं। कंकाल की मांसपेशियों की कोशिकाओं और हृदय का कार्य सोडियम पर निर्भर करता है। लेकिन अधिक मात्रा में सोडियम का सेवन करने से शरीर में पानी जमा होने लगता है जिसके कारण यह सही तरीके से काम नहीं कर पाता है।
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