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चित्रकूट में कुख्यात डकैत गौरी यादव का एनकाउंटर, एके-47 समेत कई असलहे बरामद

चित्रकूट। यूपी (UP) और मध्यप्रदेश पुलिस(Madhya Pradesh Police) के लिए सिरदर्द बन चुका कुख्यात डकैत गौरी यादव का खेल खत्म(Notorious dacoit Gauri Yadav killed) हो गया। एडीजी अमिताभ यश(ADG Amitabh Yash) की अगुवाई में चित्रकूट (Chitrakoot) में STF को बड़ी कामयाबी मिली। चित्रकूट (Chitrakoot) में आज तड़के 3.30 बजे एसटीएफ की एक टीम (STF Team) का गौरी यादव गैंग से एनकाउंटर (encounter with gauri yadav gang) हुआ। एसटीएफ की टीम ने इस एनकाउंटर में डकैत गौरी यादव को मार गिराया। गौरी यादव पर उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश की तरफ से साढ़े 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। एसटीएफ को मौके से एके-47 समेत कई असलहे बरामद हुए हैं।



ददुआ और ठोकिया के बाद बड़ा डकैत था गौरी
ददुआ और ठोकिया के डकैत गौरी यादव बीहड़ में बाद बड़ा नाम बन चुका था। गौरी यादव काफी लंबे समय से अंडरग्राउंड चल रहा था। चार महीने पहले अचानक ही इसने चित्रकूट के जंगलों में फायरिंग कर दहशत फैला दी थी। करीब 20 साल पहले डकैती की दुनिया में एंट्री करने वाले गौरी यादव ने 2005 में अपना अलग गैंग बनाया था। 2008 में ददुआ और कुछ दिन बाद ठोकिया के मारे जाने के बाद 2009 में गौरी यादव भी गिरफ्तार हो गया था। बाद में वह जमानत पर बाहर आ गया था।

5.50 लाख का इनाम
चित्रकूट जिले के फरार डकैत गौरी यादव के सिर पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश शासन ने इस साल जुलाई में संयुक्त रूप से साढ़े पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। गौरी यादव पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हत्या, अपहरण, फिरौती तथा सरकारी काम में बाधा डालने के लगभग 50 मामले दर्ज थे। वह चित्रकूट जिले के बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के बेलहरी गांव का रहने वाला था। उसकी तलाश में कई पुलिस टीमें लगी थीं।

दरोगा सहित तीन लोगों को मारी थी गोलियां 
डकैत गौरी यादव ने मई 2013 में दिल्ली से मामले की जांच करने पहुंचे दारोगा की हत्या कर दी थी। इसके बाद मई 2016 में गोपालगंज में तीन ग्रामीणों को खंभे से बांधकर गोली मार दी थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश के तत्कालीन डीजीपी जावेद अहमद ने गौरी पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।

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