इंदौर। शहर कांग्रेस की कार्यकारिणी के गठन से पहले कांग्रेस ने पहली बार एक अनूठी पहल की है। इसके तहत वार्ड अध्यक्षों से शहर कांग्रेस में पदाधिकारी बनने वालों के नाम मांगे गए हैं। कमेटी ने वार्ड अध्यक्षों से नेताओं के नाम मांगते हुए पूछा है कि वे शहर, ब्लाक और वार्ड में सक्रिय हैं या नहीं। कांग्रेस के कार्यक्रमों में शामिल होते हैं या नहीं। पद लेकर क्या यह घर तो नहीं बैठ जाएंगे। इन सभी बिन्दुओं को लेकर वार्ड अध्यक्षों की एक बैठक भी होने जा रही है।
शहर कांग्रेस की पिछली कार्यकारिणी में 800 से अधिक पदाधिकारी थे। चूंकि उस समय विधानसभा चुनाव का दौर था, ऐसे में कई अनजान चेहरे भी कमेटी में उपाध्यक्ष, महासचिव और सचिव सहित अन्य पद कबाड़ लाए थे। वहीं स्थायी अध्यक्ष के तौर पर प्रमोद टंडन और कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर विनय बाकलीवाल ने अपने स्तर पर भी ढेरों नियुक्तियां कर दी थीं। टंडन अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं और बाकलीवाल कमेटी के स्थायी अध्यक्ष बन गए हैं। उन्होंने पुरानी कार्यकारिणी को भंग करते हुए नई कार्यकारिणी के गठन की कवायद शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार अब तक कार्यकारिणी में बड़े नेताओं से उनके समर्थकों के नाम मांगे जाते थे और उन्हें ही पदाधिकारी बनाया जाता रहा, मगर पहली बार निचले स्तर पर वार्डों में काम करने वाले वार्ड अध्यक्षों से शहर कांग्रेस कमेटी में बनने वाले पदाधिकारियों के नाम मांगे जा रहे हैं। सभी वार्ड अध्यक्षों से सम्पर्क कर सबसे पहले उनके वार्ड के बूथ की सूची मांगी जा रही है। इसके अलावा उनके क्षेत्र में ऐसे नेता, जो कांग्रेस के कार्यक्रमों में नियमित रूप से शामिल होते हैं, इसके अलावा शहर, वार्ड और ब्लाक में सक्रिय रहते हैं, के भी नाम वार्ड अध्यक्षों से मांगे हैं, ताकि सक्रिय लोगों को कार्यकारिणी में पदाधिकारी बनाया जा सके। वार्ड अध्यक्षों की एक बड़ी बैठक भी कमेटी बुलाने जा रही है। पहली बार ऐसा होगा कि शहर कांग्रेस कमेटी में पदाधिकारियों का चयन वार्ड अध्यक्षों की अनुशंसा से होगा।