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विदेशी निवेशकों को बिजली से बसे चलाने की मिलेगी अनुमति : गडकरी

नई दिल्ली। केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि यदि कोई भारत में निवेश करने के लिए तैयार है, तो हम उन्हें एक शहर में पायलट प्रोजेक्ट के तहत बिजली से बस चलाने की अनुमति प्रदान कर सकते हैं।

गडकरी ने एक वेबिनार – चौथे यूआईटीपी इंडिया बस सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि डीजल से बसें चलाने की तुलना में बिजली से बसे चलाने में निवेशकों को अधिक मार्जिन मिलेगा। यह एक बहुत ही आकर्षक परियोजना है।

गडकरी ने सार्वजनिक परिवहन में उन्नत सार्वजनिक परिवहन मॉडल अपनाने और जैव ईंधन, बिजली, सीएनजी का उपयोग करने का आह्वान करते हुए कहा कि सार्वजनिक परिवहन का आधुनिकीकरण किया जा सकता है, जो ईंधन के रूप में जैव ईंधन, सीएनजी और बिजली पर आधारित है।

उन्होंने कहा कि अधिकांश राज्य सड़क परिवहन उपक्रम (एसआरटीयू) पारंपरिक ईंधन पर भारी खर्च कर रहे हैं जो कि महंगे हैं। गडकरी ने जैव ईंधन, सीएनजी और विद्युत को परिवहन ईंधन के रूप में आगे बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इससे न केवल ईंधन के बिल में बचत होगी बल्कि अर्थव्यवस्था और प्रदूषण में कमी में योगदान मिलेगा।

गडकरी ने कहा कि वर्तमान में देश कच्चे तेल और हाइड्रोकार्बन के आयात पर भारी मात्रा में खर्च कर रहा है, जिसे कम करने की आवश्यकता है। जैव ईंधन व सीएनजी आदि के उपयोग की व्यावहारिकता का उल्लेख करते हुए, उन्होंने बताया कि नागपुर ने 450 बसों को जैव ईंधन में परिवर्तित करना शुरू कर दिया है। अब तक 90 बसों को जैव ईंधन में बदला जा चुका है।

उन्होंने कहा कि बस सेवा में प्रति वर्ष लगभग 60 करोड़ रुपये का नुकसान होता है, जिसे बसों को सीएनजी में परिवर्तित करके बचाया जा सकता है। गडकरी ने बताया कि सीवेज के पानी से सीएनजी का उत्पादन करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने एसआरटीयू का आहवान किया कि वे घाटे को कम करने के लिए इस मॉडल को अपनाएं जिससे बेहतर सार्वजनिक परिवहन प्रदान करने में मदद मिलेगी। उन्होंने भविष्‍य में धान के पुआल व पराली जैसे सीएनजी के अन्य स्रोतों को अपनाने का संकेत दिया, जिनसे किसानों, परिवहन, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था को अनेक फायदे होंगे।

केन्‍द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने बेहतर सार्वजनिक परिवहन के लिए निजी पूंजी को काम में लाने के लिए लंदन बस मॉडल अपनाने का आह्वान किया। उनका मानना था कि सार्वजजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) को प्रोत्साहित किया जा सकता है। गडकरी ने कहा, सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ बस पोर्ट की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने सुझाव दिया कि ऑपरेटरों द्वारा डबल डेकर बसों को अपनाने से सार्वजनिक परिवहन की दक्षता में भी सुधार होगा। उन्होंने कहा, बस ऑपरेटर बेहतर परिचारक, मनोरंजन के साधन जैसे ऑडियो संगीत, वीडियो फिल्मों आदि जैसी बेहतर सेवाएं प्रदान करने के बारे में विचार कर सकते हैं, जिससे बेहतर लाभ प्राप्त किया जा सकता है। (एजेंसी, हि.स.)

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