भारतीय दूतावास ने मांगी जेल के कैदियों की जानकारी
अपहरण में उम्रकैद काट रही है बांग्लादेशी महिला तो नाईजीरिया के ड्रग तस्कर भी हैं कैद
इंदौर। इंदौर की जेलों में विभिन्न अपराधों में सजा काट रहे विदेशी अपराधियों ( foreign criminals) की जानकारी पुलिस मुख्यालय (police headquarters) ने जेल विभाग से मांगी है। हाल ही में विदेशी दूतावास (foreign embassy) से इंदौर पुलिस को पत्र मिला था, जिसमें यहां बंदियों के बारे में जानकारी देने को कहा है। इसके अलावा प्रदेश की अन्य जेलों में बंद विदेशी कैदियों के बारे में भी जानकारी खंगाली जा रही है। जेल ( jail) सूत्रों के अनुसार 28 जून को विदेशी दूतावास (foreign embassy) से इंदौर पुलिस हेड क्वार्टर से जानकारी मांगी गई थी कि इंदौर की दोनों जेलों में कितने बंदी बंद हैं और किस मामले में सजा काट रहे हैं। एसपी हेड क्वार्टर अरविंद तिवारी ने बताया कि सभी विदेशी कैदियों के बारे में विदेशी दूतावास से जानकारी मांगी गई थी, जो उन्हें जानकारी दे दी गई है। उन्होंने बताया कि समय-समय पर दूतावास से जानकारी मांगी जाती है। उधर प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद विदेशी कैदियों की संख्या 20 है। इस बात की पुष्टि जेल डीआईजी संजय पांडे ने की है।
सात साल पहले नेहरू नगर से युवती का अपहरण कर बेचने जा रही महिला को उम्रकैद… 25 जुलाई को रिहाई भी
जिला जेल के अधीक्षक अमरसिंह ठाकुर ने बताया कि जिला जेल में मानव तस्करी के मामले में सात सालों से महिला कैदी मारिया उर्फ मरियम पिता अलाउद्दीन निवासी जोसूर रायवाड़ा (बांग्लादेश) बंद है। उसने 8 अक्टूबर 2014 को नेहरू नगर में एक युवती का अपहरण किया था, और उसे बेचने के लिए मुंबई ले जा रही थी। इस मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी। हालांकि उसे अच्छे आचरण के चलते 25 जुलाई को जेल ( jail) से छोड़ा जा रहा है। इसी तरह मैक्सिको (Mexicans) का जॉर्ज सोलिस (George Solis) फर्नांडीस भी सात साल से बंद है। इसके अलावा सेंट्रल जेल में तीन नाईजीरियाई (nigerian) कैदी भी सजा काट रहे हैं और ड्रग्स के मामले में बंद हैं।
जेल में हिंदी बोलना सीख गए
इंदौर की दोनों जेलों में बंद विदेशी कैदियों ने जेल में रहते हुए हिंदी के कुछ व्यावहारिक शब्द राम राम, जयश्री ंमहाकाल और हनुमान की जय सीख लिए हैं। मैक्सिको (Mexicans) का जॉर्ज सोलिस (George Solis) रोटी नहीं खाता है, उसके लिए अलग से ब्रेड बुलवाई जाती है। उसने ऐ मालिक तेरे बंदे हम… गाना भी सीख लिया है। अन्य कैदी भी रोजाना प्रार्थना करते हैं। जिला जेल में बंद बांग्लादेशी (Bangladeshi) कैदी मरियम ने अन्य महिला कैदियों के साथ रहकर अच्छी हिंदी सीख ली है। उसके बैरक में 76 महिलाएं बंद हैं।