इंदौर न्यूज़ (Indore News) बड़ी खबर मध्‍यप्रदेश

इंदौर पहुंची गौरव कलश यात्रा, सभी वर्गों ने किया भव्य स्वागत

– मंत्री तुलसीराम सिलावट ने की अगवानी, टंट्या मामा अमर रहे के नारों से गूंजा यात्रा मार्ग

इंदौर। क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या भील (Krantisurya Jananayaka Tantya Bhil) की स्मृति में निकाली गई गौरव कलश यात्रा (Gaurav Kalash Yatra) शुक्रवार देर शाम इंदौर पहुंची। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने यात्रा की अगवानी की। यात्रा ने धार जिले से इंदौर जिले में बेटमा क्षेत्र से प्रवेश किया। यह यात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई निकली। यात्रा का समाज के सभी वर्गों ने उत्साह के साथ जगह-जगह मंच लगाकर भव्य स्वागत किया। पूरा यात्रा मार्ग टंट्या मामा अमर रहे के नारों से गुंजायमान हो गया।

यात्रा मार्ग पर पूरे समय जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, गौरव रणदीवे सहित अन्य जनप्रतिनिधि मोटर साइकिल पर सवार होकर यात्रा में शामिल हुए। यात्रा का ढोल-तासों और पुष्पहारों से भव्य स्वागत किया गया। यात्रा मार्ग पर बज रहे देशभक्ति के गीतों से पूरा वातावरण देशभक्तिमय हो गया।


इंदौर शहर में इस यात्रा ने चंदन नगर के आगे बाग से प्रवेश किया। यहां जनप्रतिनिधियों, समाज के विभिन्न प्रबुद्धजनों आदि ने अगवानी की और कलश यात्रा का स्वागत किया। जगह-जगह यात्रा पर पुष्प वर्षा भी की गई। यात्रा मार्ग को टंट्या भील के जीवन वृतांत पर आधारित पोस्टर, बैनर, होर्डिंग आदि से सज्जित किया गया था। ज्ञात रहे कि क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या भील की स्मृति में उनके जन्म स्थान खण्डवा जिले के पंधाना के ग्राम अहिर बड़ौदा और रतलाम जिले के सैलाना से दो यात्राएं अलग-अलग मार्गों के लिये रवाना हुई थी। यह यात्राएं धार में एकत्रित हुई और एकत्रित होकर आज इंदौर आयी। यह यात्रा 4 दिसम्बर को भी इंदौर में रहेगी। यात्रा मार्ग पर अपार उत्साह का वातावरण था। यह यात्रा आस्था और श्रद्धा का बड़ा केन्द्र बनी।

राजवाड़े पर हुआ भव्य स्वागत
राजवाड़ा क्षेत्र में यात्रा का विशेष रूप से भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर लोकनृत्य की प्रस्तुति दी गई, आतिशबाजी की गई। टंट्या मामा के वंशजों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, विधायक मालिनी गौड़, विधायक आकाश विजयवर्गीय, गौरव रणदीवे, गोलू शुक्ला, कलसिंह डाबर सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे। (एजेंसी, हि.स.)

Share:

Next Post

शिक्षा और चिकित्सा पर ध्यान जरूरी

Sat Dec 4 , 2021
– डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत में शिक्षा और चिकित्सा की जितनी दुर्दशा है, उतनी तो कुछ पड़ोसी देशों में भी नहीं है। ये दो क्षेत्र ऐसे हैं, जिनमें यदि भारत सरकार जमकर पैसा लगाए और ध्यान दे तो भारत दुनिया के विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में अगले 10 साल में ही पहुंच सकता है। भारत […]