डेस्क। राजस्थान में शराब पीने का शौक रखने वालों के लिए एक अच्छी खबर है। साल 2021-22 के लिए घोषित राजस्थान की आबकारी नीति के अनुसार, 1 अप्रेल से बीयर सस्ती दर पर उपलब्ध होगी। नई आबकारी नीति में बीयर पर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क और एमआरपी में कमी की घोषणा की गई है, जिससे इसकी कीमत 30-35 रुपए कम हो जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक नई आबकारी नीति में बीयर पर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क और एमआरपी में कमी की घोषणा की गई है, जिससे इसकी कीमत 30-35 रुपये कम हो जाएगी। इसके साथ ही देश में बनी अंग्रेजी शराब और आयातित शराब को छोड़कर समस्त आबकारी वस्तुओं पर कोई कोविड अधिभार या सरचार्ज नहीं लगेगा।
इसके साथ ही देश में बनी अंग्रेजी शराब और आयातित शराब को छोड़कर समस्त आबकारी वस्तुओं पर कोई कोविड अधिभार या सरचार्ज नहीं लगेगा। इनके अलावा, आईएमएफएल और बीयर पर लगने वाले वेंड फीस को भी खत्म कर दिया जाएगा। देसी मदिरा के खुदरा मूल्यों में भी कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। दुकानों का समय सुबह 10 से रात 8 बजे ही रखा गया है।
आबकारी नीति में हुए हालिया बदलाव में यह फैसला लिया गया है कि शराब की दुकानों का आवंटन लॉटरी सिस्टम की जगह ऑनलाइन किया जाएगा। 1 अप्रेल 2021 से लागू होने वाली इस नीति में देशी की 6665 और अंग्रेजी शराब की 1000 दुकानों को कंपोजिट कर दिया गया है। ऐसे में अब सभी दुकानें 7665 एक ही श्रेणी में आ गई हैं।
दुकानों का आवंटन ऑनलाइन नीलामी के जरिए किया जाएगा। नीलामी में शामिल होने के लिए पहले आवेदन शुल्क जमा कराकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। अधिकतम बोलीदाता को दुकान आवंटन की जाएगी। आवेदन शुल्क दुकान की आरक्षित राशि के आधार पर 40 से 60 हजार रुपए तक रखा गया है। यह शुल्क दुकान आवंटन नहीं होने पर भी वापस नहीं होगा।
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