- अखिल भारतीय पुजारी महासंघ की बैठक मे मुख्यमंत्री से मांग की गई
उज्जैन। धार्मिक नगरी में पौराणिक महत्व के देवी-देवताओं के कई मंदिर हैं जिन्हें विकास के नाम पर अवैध बताकर प्रशासन तोड़ रहा है। यह उचित नहीं है। सरकार को धर्मस्थलों को तोडऩे की बजाए लीज या शुल्क लेकर वैध करने की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए। यह मांग अखिल भारतीय पुजारी महासंघ की नगर इकाई की बैठक में उठी। बैठक में नगर के प्रमुख मठ-मंदिरों के पुजारियों ने चर्चा कर इस संबंध में मप्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को पत्र द्वारा सूचित करने का प्रस्ताव पास किया गया। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पुजारी, रुपेश मेहता ने की। बैठक में नगर संरक्षक ब्रह्म ऋषि जय गुरुजी मार्कंडेय आश्रम, पुजारी योगेंद्र गिरि, अनिरुद्ध पांडे, मनोज पुरी, विशाल लक्ष्मीकांत शुक्ल, नारायण स्वामी, बबलू बैरागी, राजेश बैरागी, कमल व्यास, सुरेश शर्मा, अजय जोशी, संतोष शर्मा, हरि गुरु दुबे, राकेश जोशी, चेतन शर्मा, रघुनंदन शर्मा, राहुल पुजारी, अमोल पुजारी, जितेंद्र, किशन पांडे, पवन शर्मा, रमेश वादवानी, दिलीप पिंडावाला आदि उपस्थित थे।
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