भोपाल/उज्जैन। कोरोना संक्रमण (Corona infection) के बीच सोमवार को देशभर में धूमधाम से होली का त्यौहार मनाया जा रहा है। मध्य प्रदेश में परम्परा के मुताबिक होली खेलने की शुरुआत उज्जैन (Ujjain) स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल (Jyotirlinga Lord Mahakal) के आंगन से हुई। यहां भस्मारती में पुजारियों ने भगवान को अबीर-गुलाल लगाया और मंदिर में जमकर होली खेली। प्रदेश के अधिकांश नगरों में कोरोना (Corona infection) के चलते पुलिस के साये में होली का पर्व मनाया जा रहा है।
मध्य प्रदेश में सभी हिन्दू त्यौहारों की शुरुआत महाकाल के पूजन-अर्चन से होती है। सोमवार को सुबह चार बजे होली पर पंडे-पुजारियों ने भगवान महाकाल को अबीर-गुलाल चढ़ाकर पर्व की शुरुआत की। इस बार कोरोना के चलते श्रद्धालु भस्मारती में शामिल नहीं हो पाए लेकिन पंडे-पुजारियों ने महाकाल के साथ होली खेली। यहां सभी ने बाबा की भक्ति में लीन होकर अबीर-गुलाल और फूलों के साथ होली मनाई। रंग-गुलाल ऐसा उड़ा कि बाबा का दरबार रंगों से सराबोर हो गया।
इसके अलावा इंदौर, भोपाल समेत प्रदेश के 12 शहरों में कोरोना के बढ़ते (Corona infection) मामलों के चलते शनिवार रात 9.00 बजे से सोमवार सुबह 6.00 बजे तक लॉकडाउन रहा। इस दौरान सीमित संख्या में लोगों को होलिका दहन की अनुमति दी गई। इसी अनुसार कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए रविवार शाम को लोगों ने होलिका दहन किया। सोमवार को पुलिस के साये में होली का पर्व मनाया जा रहा है। शासन-प्रशासन की घर में होली मनाने की अपील का पालन करते हुए अधिकांश लोग घरों में ही रंग-गुलाल खेल रहे हैं। सडक़ों पर भीड़ नहीं जुट पाए, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम किये हैं। जगह-जगह पुलिस बल तैनात है और हुड़दंगियों पर नजर बनाए हुए है।
इस बार कोरोना के चलते होली पर सार्वजनिक आयोजनों पर प्रतिबंध लगाया गया है और लोगों से घरों में होली मनाने की अपील की गई है। भोपाल-इंदौर में सभी मुख्य मार्गों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। सड़क़ों पर पुलिस के अलावा केवल वे लोग ही दिखाई दे रहे हैं, जिन्हें जरूरी काम से बाहर निकलना पड़ रहा है। बड़े-बुजुर्ग घरों में रंग-गुलाल लगाकर होली खेल रहे हैं, जबकि मोहल्ले में बच्चे पिचकारियां लेकर एक-दूसरे पर रंग उड़ा रहे हैं। हालांकि, ग्रामीण अंचलों में बेरोकटोक जमकर होली खेली जा रही है। एजेंसी/हिस
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