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भारत की DBT स्कीम का मुरीद हुआ IMF, दूसरे देशों को भारत से सीख लेने की दी नसीहत

नई दिल्ली/वॉशिंगटन। भारत सरकार (India Govt.) द्वारा चलाई जा रहीं विभिन्‍न प्रकार की सरकारी योजनाओं (government schemes) में धन को आम जनता तक पहुंचाने और बिचौलियों को खत्म करने के लिए साल 2017 में पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से ‘डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर’ DBT योजना शुरू की गई थी। इस योजना की अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भी जमकर तारीफ की है।

मोदी सरकार की ‘डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर’ DBT योजना को आईएमएफ (IMF) ने इसे चमत्कार बताया है। इसके अलावा इस योजना से दूसरे देशों को भी सीख लेने की नसीहत दी है। आईएमएफ (IMF) के वित्तीय मामलों के उप निदेशक पाओलो मौरो ने कहा है कि अपने देशवासियों को सरकारी योजनाओं का फायदा पहुंचाने के भारत की मोदी सरकार की इस तरह की कोशिश काफी प्रभाव डालती हैं।



आपको बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) भारत के डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर और दूसरे सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों की जमकर तारीफ की है। आईएमएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने इसे चमत्कार माना है। साथ ही उन्होंने दुनिया के दूसरे देशों को भारत से सीख लेने की नसीहत दी है। आईएमएफ (IMF)में वित्तीय मामलों के विभाग के उप निदेशक पाओलो मौरो ने कहा कि अपने नागरिकों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के मामले में भारत के प्रयास काफी प्रभावशाली रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भारत से सीखने के लिए बहुत कुछ है। हमारे पास लगभग हर महाद्वीप और आय के हर स्तर के उदाहरण हैं। अगर मैं भारत को देखता हूं तो यह वास्तव में काफी प्रभावशाली है। उन्होंने कहा कि भारत की जनसंख्या को देखते हुए यह एक तार्किक चमत्कार है। कम आय वाले लोगों की मदद करने वाले ये कार्यक्रम सचमुच करोड़ों लोगों तक पहुंचते हैं।

विदित हो कि मौरो वाशिंगटन में आईएमएफ और विश्व बैंक समूह की 2022 की वार्षिक बैठक के दौरान एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मौरे ने कहा कि अन्य देशों में मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से उन लोगों को पैसा भेजने का अधिक उपयोग होता है जिनके पास वास्तव में बहुत सारा पैसा नहीं है, लेकिन उनके पास एक मोबाइल फोन जरूर होता है।

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