पूर्णिया। कोरोना (Corona) काल में न सिर्फ रिश्ते-नाते कमजोर हुए हैं बल्कि आए दिन इससे जुड़ी संवेदनहीनता की घटनाएं भी सामने आ रही हैं. बिहार (Bihar) के पूर्णिया (Purnia) में अमानवीयता का मामला सामने आया है जहां कोरोना से मृत (Corona Death) व्यक्ति के शव को जेसीबी मशीन (JCB Machine) से दफनाने के लिए ले जाया गया. घटना अमौर थाना क्षेत्र के बेलगाछी का है.
शनिवार को कोविड सेंटर(Covid Center) में भर्ती 60 वर्षीय कोविड-संक्रमित पांचू यादव की ईलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने भयवश उसका शव लेने से इनकार कर दिया. तब कोविड सेंटर में मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम (health department team) ने पीपीई किट (PPE Kit) पहनकर पांचू यादव के शव को प्लास्टिक में लपेट दिया जिसके बाद उसे जेसीबी में रखकर पलसा पुल के पास ले जाया गया. यहां एक गड्ढा खोदकर शव को उसमें दफना दिया.
कोविड पेशेंट के शव को जेसीबी मशीन में रखकर ले जाने की तस्वीरें वायरल हो रही हैं. स्पष्ट है कि यह तस्वीरें कोरोना से मरीजों की मौत के बाद शवों के अंतिम संस्कार को लेकर सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी का उल्लंघन करती हैं.
कोरोना से मरीज की मौत के बाद शव का सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार नहीं किये जाने से ग्रामीणों में आक्रोश है. एआईएमआईएम के स्थानीय नेता शहाबुजमा उर्फ लड्डन ने बताया कि तीन दिन पहले पांचू यादव की कोरोना जांच करवायी गयी थी जिसमें वो कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. तब उसे बेलगच्छी के कोविड-सेंंटर में भर्ती करवाया था. उन्होंने आरोप लगाया कि यहां डॉक्टरों की लापरवाही के कारण पांचू यादव की मौत हो गई.उन्होंने आरोप लगाया कि अमौर के बेलगाछी कोविड सेंटर में डॉक्टर नहीं रहते हैं. यहां मरीजों का सही इलाज नहीं हो पा रहा है जिससे उनकी मौत हो जा रही है. Share: