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एमपी चुनाव में दिलचस्‍प नजरा, इन सीटों पर समधी-समधन चुनाव मैदान में ताल ठोंकते दिखेंगे

नई दिल्‍ली (New Dehli)। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections)में कुछ सीटों पर रिश्तेदार (Relative)नेता एक दूसरे के सामने ताल ठोंकते (pounding)नजर आ रहे हैं। इन सीटों पर दिलचस्प (interesting)जंग देखने के लिए मिल रही है। कुछ सीटें ऐसी है जहां भाजपा (B J P)और कांग्रेस ने समधी-समधन को चुनाव मैदान में उतारा है। ग्वालियर की डबरा विधानसभा सीट पर समधी-समधन भाजपा की इमरती देवी और कांग्रेस के सुरेश राजे मैदान में हैं। वहीं लहार विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर गोविंद सिंह 8वीं बार चुनाव मैदान में हैं, तो उनकी समधन चंदा सिंह गौर खरगापुर विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर मैदान में हैं।


ग्वालियर की डबरा विधानसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस ने लगातार तीसरी बार समधी-समधन को मैदान में उतारा है। डबरा विधानसभा सीट पर भाजपा की इमरती देवी का मुकाबला कांग्रेस के सुरेश राजे के साथ है। वहीं भिंड जिले की लहार और खरगापुर विधानसभा सीट से एक और समधी समधन की जोड़ी मैदान में है। भिंड जिले के लहार विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर गोविंद सिंह 8वीं बार चुनाव मैदान में हैं, तो उनकी समधन चंदा सिंह गौर खरगापुर विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर मैदान में हैं।

मतलब समाधि और समधन की एक जोड़ी एक दूसरे को हराने में लगी है, तो दूसरी एक दूसरे को जिताने में लगी है। ग्वालियर की डबरा विधानसभा सीट पर रिश्तों के बीच सियासी टकराव देखा जा रहा है। डबरा विधानसभा सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। इमरती देवी ने कांग्रेस के टिकट पर इस सीट से साल 2008, 2013 और 2018 में लगातार तीन बार विधानसभा चुनाव जीता था। साल 2020 में इमरती देवी ने कांग्रेस छोड़ दी थी और भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। तब उन्हें समधि सुरेश राजे के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।

साल 2020 में सुरेश राजे कांग्रेस के टिकट से चुनाव मैदान में थे। इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव में जहां इमरती देवी भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं, तो उनके समधी सुरेश राजे एकबार फिर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। डबरा सीट के इतिहास में यह तीसरा मौका है जब समधी-समधन चुनावी मैदान में हैं। डबरा सीट से सुरेश राजे इस बार भी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। दूसरी ओर इमरती देवी अपने पुराने रिकॉर्ड और भाजपा सरकारों के विकास कार्यों का हवाला देकर अपनी जीत का दम भर रही हैं।

चुनावी इतिहास पर नजर डालें तो 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की इमरती देवी ने अपने समधी बीजेपी के सुरेश राजे को 32 हजार वोट से हराया था। वहीं 2020 के विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के सुरेश राजे ने समधन बीजेपी की इमरती देवी को 8 हजार वोट से हराया था। 2020 के उपचुनाव में कांग्रेस बीजेपी के बीच हार जीत का अंतर बेहद कम रहा था। लिहाजा भाजपा और कांग्रेस दोनों ही इस बार डबरा विधानसभा सीट पर कड़ा मुकाबला मानकर चल रही हैं।

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