हैदराबाद (Hyderabad)। भारत (India) में इन दिनों समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code ) को लेकर काफी बहस चल रही है। कई राजनीतिक दल इसका विरोध कर रहे हैं तो वहीं कुछ पार्टियां इसके समर्थन में खड़ी हैं। इस बीच बीआरएस (BRS) ने भी इसका विरोध किया है। बीआरएस का कहना है कि अगर संसद में समान नागरिक संहिता पेश किया जाता है तो वो इसका विरोध करेगी। इसके साथ ही वे अन्य दलों को भी बिल के विरोध में एकजुट करेगी।
भाजपा ने विकास नजरअंदाज किया
बीआरएस अध्यक्ष और तेलंगाना मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (Telangana Chief Minister K Chandrasekhar Rao) ने सोमवार को कहा कि बीआरएस केंद्र सरकार के उन फैसले का विरोध कर रहा है, जो देश की अखंडता के लिए हानिकारक है। भाजपा (BJP) के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार (NDA government) ने पिछले नौ वर्षों में देश के विकास और कल्याण को नजर अंदाज कर दिया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा अलग-अलग तरीकों से लोगों को परेशान कर रही है। भाजपा यूसीसी के नाम पर लोगों को विभाजित करने की कोशिश कर रही है। भारत की एकता दुनिया में एक मिशाल है। इसलिए इसकी रक्षा करने के लिए बिल को खारिज करना आवश्यक है। भाजपा बिल पेश करके लोगों को भड़काने की कोशिश कर रही है।
Share: