- कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए रामघाट पर सुबह से भीड़-कल रात दीप दान के बाद घाटों की नहीं हुई सफाई
उज्जैन। आज दोपहर में आंशिक चंद्रग्रहण लगेगा। ज्योतिष मत के अनुसार ग्रहण के दौरान नदी स्नान निषेध माना गया है। बावजूद इसके कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए रामघाट पर आज सुबह से लोगों की भीड़ उमड़ रही है और लोग स्नान कर रहे हैं। कल रात में शिप्रा तट पर देर रात तक दीपदान होता रहा। इसके कारण घाटों पर बुझे हुए दीये और निर्माल्य के ढेर लगे हुए थे। आज दोपहर 2 बजकर 38 मिनट से आंशिक चंद्रग्रहण लगेगा। शाम को 6 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगा। ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि ग्रहण के चलते आज सुबह 9 घंटे पहले अर्थात तड़के 4 बजकर 20 मिनट से ही सूतक लग गया है। इस दौरान मंदिरों में पूजन, नदियों में स्नान आदि को निषेध माना जाता है। इधर नदी पर आज सुबह से शिप्रा स्नान करने वाले पहुँच गए और कार्तिक पूर्णिमा के चलते ग्रहण के सूतक को नजर अंदाज करते हुए हजारों श्रद्धालु शिप्रा में डुबकी लगाते नजर आए। इधर कल रात शिप्रा में दीपदान हुआ था और देर रात तक चला था। इसके कारण आज सुबह रामघाट से लेकर छोटे पुल तक के दोनों ओर के घाटों पर बड़ी संख्या में दीपों के ढेर नजर आ रहे थे। कार्तिक पूर्णिमा के बावजूद नगर निगम द्वारा आज सुबह 10 बजे तक घाटों की सफाई शुरु नहीं की गई थी और लोग इसी के बीच स्नान कर रहे थे।
आज शाम शुद्धिकरण होगा महाकाल मंदिर का
आंशिक चंद्रग्रहण के कारण आज महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध नहीं किया गया है लेकिन गर्भगृह में किसी को जाने की अनुमति नहीं हैं। ग्रहण काल के दौरान आज सुबह भगवान महाकाल को शकर और फल का भोग लगाया गया। पंडित आशीष गुरु के अनुसार शाम को 6 बजकर 20 मिनट पर जब ग्रहणकाल समाप्त होगा तब पूरे महाकाल मंदिर परिसर का शुद्धिकरण किया जाएगा। ग्रहण के बीच हालांकि मंदिर खुलने और बंद होने का समय परिवर्तित नहीं किया गया है। इधर मंगलनाथ और अंगारेश्वर मंदिर में आज आंशिक चंद्रग्रहण के कारण गर्भगृह में प्रवेश बंद रखा गया है। इसके साथ ही दोनों मंदिरों में भात पूजा भी प्रतिबंधित की गई है। कालभैरव मंदिर में आज ग्रहण काल के दौरान दर्शन और पूजन पर पाबंदी लगाई गई है और चामुण्डा माता मंदिर के पट पर भी सुबह से बंद है। Share: