नई दिल्ली: पाकिस्तानी क्रिकेट टीम टी20 वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ने वाली है. बुधवार को ये मुकाबला सिडनी में होगा. जाहिर तौर पर ये मुकाबला रोमांचक होने की उम्मीद है लेकिन न्यूजीलैंड से पार पाना पाकिस्तान के लिए बहुत मुश्किल नजर आ रहा है. इसकी वजह है उसकी चार ऐसी कमजोरियां जिसका फायदा कीवी खिलाड़ी उठा सकते हैं.
पाकिस्तान की पहली कमजोरी है कि उसकी सलामी जोड़ी बिलकुल भी चल नहीं रही है. भारत के खिलाफ ये जोड़ी सिर्फ एक रन ही बना पाई थी. जिम्बाब्वे के खिलाफ बाबर-रिजवान ने 13 रन जोड़े. नेदरलैंड्स के खिलाफ ये टीम 16 रन ही जोड़ पाई. साउथ अफ्रीका के खिलाफ ओपनिंग जोड़ी ने चार रन जोड़े. बांग्लादेश के खिलाफ इस जोड़ी ने 57 रन बनाए लेकिन इसके लिए 63 गेंद भी खेली.
पाकिस्तान का मिडिल आर्डर उसकी दूसरी कमजोरी है. इफ्तिखार अहमद, मोहम्मद नवाज, शादाब खान, मोहम्मद हारिस किसी का औसत 30 भी नहीं है. साथ ही इस मिडिल ऑर्डर में नियमित अच्छी पारियां खेलने का अभाव है जिसकी वजह से इसे भरोसेमंद नहीं माना जा सकता.
पाकिस्तान की तीसरी कमजोरी उसके पास एंकर बल्लेबाज का ना होना है. भारत के पास जिस तरह विराट कोहली हैं उसके पास ऐसा बल्लेबाज नहीं है. शान मसूद ने जरूर अच्छी परफॉर्मेंस की हैं उनका औसत 40 से ज्यादा है लेकिन उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ 115 का है.
पाकिस्तान की फील्डिंग उसकी चौथी सबसे बड़ी कमजोरी है. कैचिंग से लेकर ग्राउंड फील्डिंग तक पाकिस्तानी टीम का परफॉर्मेंस लचर रहा है. अगर सेमीफाइनल में वो कैच छोड़ती है तो न्यूजीलैंड की टीम उसे कोई मौका नहीं देगी.
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