मेरठ । शहर के ब्रहमपुरी थाना क्षेत्र (Brahmapuri police station area) में देवी को प्रसन्न करने के लिए रक्तदान शिविर (blood donation camp) आयोजित किया गया. यहां वर्षों से चली आ रही निर्दोष पशुओं की बलि की प्रथा को समाप्त कर कन्या पूजन और हवन करके देवी को रंगारंग विदाई दी गई. मेरठ के सर्राफा बाजार की नील गली में दुर्गा पूजा मित्र मंडल ने नवमी पर देवी को प्रसन्न करने के लिए रक्तदान शिविर आयोजित किया. इस दौरान निर्दोष पशुओं की बलि की प्रथा को समाप्त करने का संकल्प लेते हुए संगठन ने रक्तदान कर लोगों के जीवन को बचाने का निर्णय लिया.
संगठन के सदस्यों ने धनूची नृत्य के साथ आरती कन्या पूजन और हवन का आयोजन किया. बीते वर्ष डॉक्टर संजीव अग्रवाल की पहल पर नील गली सार्वजनिक श्री दुर्गा पूजा मित्र मंडल ने यह निर्णय लिया था. इसमें तय किया गया कि देवी को प्रसन्न करने और अपने निजी स्वार्थ के लिए किसी भी रूप में जीव की बलि नहीं दी जाएगी, बल्कि खुद रक्तदान कर देवी को प्रसन्न करने का प्रयत्न करेंगे.
इस पहल को आगे बढ़ाते हुए रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. श्रद्धालुओं एवं भक्तजनों ने 150 से अधिक संख्या में रक्तदान कर जीवन बचाने की पहल को आगे बढ़ाया. पूजन हवन एवं रक्तदान के उपरांत सभी ने देवी की स्तुति कर देवी से प्रार्थना की के वह सभी को स्वस्थ रखें.
लोगों ने कहा- जीवन बचाना ही सच्ची पूजा
नीलगली पूजा पंडाल के सदस्य संजीव अग्रवाल कहते हैं, मानव जीवन को बचाना भगवान की सच्ची पूजा है. इसलिए बलि की परंपरा को खत्म कर दिया गया है. अब यहां मां दुर्गा के चरणों में बेजुबानों का रक्त नहीं बहाया जाता, बल्कि भक्त जरूरतमंदों के लिए रक्तदान करते हैं. हर संप्रदाय के लोग अब यहां बढ़ चढ़कर रक्तदान करते हैं. और जीवन की रक्षा करते हैं.