ग्वालियर। ग्वालियर (Gwalior) में मानसून ने भले ही तय समय 26 जून से सात दिन पहले 19 जून को आमद दर्ज करा दी थी, लेकिन अभी तक लगातार बौछारें देखने के लिए लोग तरस गए हैं। बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में बने कम दबाव के क्षेत्र से अनुकूल बारिश की उम्मीद थी, लेकिन पिछले चार दिनों से बादल तो बराबर छाए हुए हैं, लेकिन बारिश नहीं हो रही है। अनुकूल बारिश नहीं होने से जमीन में पर्याप्त नमी नहीं पहुंची है। इस वजह से वातावरण में असहनीय उमस हो रही है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार अलग-अलग स्थानों पर पांच मौसम प्रणालियां सक्रिय तो हैं, लेकिन उनका असर यहां तक नहीं पहुंच पा रहा है, इसलिए अगले तीन दिन तक बारिश के आसार नहीं हैं। हालांकि स्थानीय प्रभाव से हल्की बौछारें पड़ सकती हैं।
तीन अंक चढ़ा अधिकतम तापमान: सोमवार शाम को शहर में बूंदाबांदी हुई थी। इससे वातावरण में कुछ ठंडक घुल गई थी। सोमवार को भी सुबह बादल बने रहे, लेकिन दोपहर बाद बादल छंटने से धूप निकल आई। इससे लोगों को दिन भर उमस बेचैन करती रही।
मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिन की तुलना में मंगलवार को अधिकतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 38.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.6 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जबकि न्यूनतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर बना रहा। यह सामान्य से 0.4 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज हवाएं पूर्वी चलीं, जिनकी गति चार किलोमीटर प्रति घंटा रही। आज सुबह हवा में नमी 77 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से चार प्रतिशत अधिक है, जबकि शाम को हवा में नमी 42 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से 24 प्रतिशत कम है।
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