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‘मेरी पूजा मिल गई’, 9 साल बाद लापता बेटी को देख रो पड़ी मां


नई दिल्ली: मुंबई पुलिस ने 9 साल पहले लापता हुई एक लड़की को खोजने में सफलता हासिल की है. 2013 में लड़की जब गायब हुई थी तब उसकी उम्र 7 साल थी. अब वो 16 साल की हो चुकी है. उसे एक दंपति ने अगवा कर लिया था, क्योंकि उनके कोई संतान नहीं थी. फिलहाल, आरोपी पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है.

लड़की को खोजने में मुंबई पुलिस के रिटायर्ड असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर राजेंद्र ढोंडू भोसले का अहम रोल है. जिस वक्त डीएन नगर थाने में 7 साल की पूजा गौड़ की मिसिंग रिपोर्ट लिखाई गई, उस समय भोसले ही इस केस के इंचार्ज थे. उन्होंने पूजा को खोजने में पूरा दम लगा दिया था. भोसले ने हर संभावित इलाके की खाक छान मारी, हर संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ की. लेकिन पूजा नहीं मिली.

यहां तक कि रिटायर होने के बाद 7 साल तक भी वे उसे खोजने की कोशिश करते रहे. उन्होंने अपने करियर में 166 मिसिंग लड़कियों में से 165 का पता लगाया गया था, लेकिन 166 नंबर वाली लड़की (पूजा गौड़) का पता नहीं चल पा रहा था. आखिरकार बीते गुरुवार को वो दिन आ गया जब पूजा की तलाश पूरी हुई और उसे उसके परिजनों से मिला दिया गया.

सालों बाद परिवार से मिली पूजा की आंखों से झर-झर आंसू बहने लगे. उसकी मां ने भोसले को फोन पर बताया- ‘मेरी पूजा मिल गई है..’ और यही लाइन दोहराते हुए वो फूट-फूटकर रोने लगी. इधर भोसले भी भावुक हो गए. उनका केस नंबर- 166 सॉल्व हो गया था.


दंपति ने कर लिया था अगवा
इस मामले में हैरी जोसेफ नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया है. इसमें उसकी पत्नी भी आरोपी है. दंपति ने कथित तौर पर पूजा का 2013 में अपहरण कर लिया था, क्योंकि उनकी अपनी कोई संतान नहीं थी. बाद में पूजा को अंधेरी (पश्चिम) की एक सोसाइटी में दाई के रूप में काम पर रखा गया था.

पूजा को खोजने में भोंसले का अहम रोल
बात 1980 की है, भोसले येलो गेट पुलिस स्टेशन में एक कांस्टेबल के पद पर कार्यरत थे. तभी उन्हें अपनी बहन की मौत की खबर मिली. बहन की मौत दहेज के चलते हुए थी. इसी के बाद भोसले ने ठान लिया कि वो महिला अपराधों को रोकने की दिशा में काम करेंगे. उन्होंने कहा था- ‘मैं ऐसे हर मामले में पीड़िता को अपनी बहन के रूप में देखता हूं.’

इसलिए जब जनवरी, 2013 में पूजा गौड़ लापता हुई तो भोसले उसकी तलाश में जी जान से लग गए. लेकिन रिटायरमेंट के बाद भी जब पूजा नहीं मिली तो वो अकेले ही उसकी तलाश में लगे रहे. उन्होंने अपने पास पूजा की एक तस्वीर रख ली. उसके परिवार के संपर्क में बने रहे. उन्हें पूजा के मिलने की सांत्वना देते रहे. आखिरकार 4 अगस्त, 2022 को पूजा मिल गई.

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