नई दिल्ली: टी20 वर्ल्ड कप की निराशा के 10 दिनों बाद आखिरकार भारतीय टीम फिर मैदान पर उतरी और एक शानदार जीत के साथ संभावित नए दौर की शुरुआत की. कार्यवाहक कप्तान हार्दिक पंड्या के नेतृत्व में भारतीय टीम ने टी20 सीरीज के दूसरे मैच में न्यूजीलैंड को 65 रनों के बड़े अंतर से हरा दिया. पूरे साल भर दुनिया के अलग-अलग मैदानों में गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाने वाले सूर्यकुमार यादव ने अपने पहले न्यूजीलैंड दौरे पर भी वही कमाल किया और एक हैरतअंगेज शतक ठोककर टीम की जीत की बुनियाद रखी.
इस बुनियाद पर सफलता की इमारत बनाई युजवेंद्र चहल और दीपक हुड्डा की स्पिन ने. बे ओवल मैदान में सूर्यकुमार यादव की ‘वीडियो गेम’ अंदाज में बैटिंग (विराट कोहली के शब्दों में) ने कीवी टीम के सामने 192 रनों का लक्ष्य रखा था. न्यूजीलैंड को भी इसका जवाब देने के लिए जोरदार बल्लेबाजी की जरूरत थी. इसके लिए युवा ओपनर फिन ऐलन से ताबड़तोड़ बैटिंग की उम्मीद थी लेकिन भुवनेश्वर कुमार ने सिर्फ 2 गेंदों के अंदर उन्हें पवेलियन लौटा दिया.
चहल ने दिखाई अपनी काबिलियत
डेवन कॉनवे ने कप्तान केन विलियमसन के साथ अर्धशतकीय साझेदारी की, लेकिन फिर भारत के स्पिनरों का जलवा देखने को मिला. डेढ़ साल बाद टी20 टीम में लौटे वॉशिंगटन सुंदर ने कॉनवे का विकेट चटकाया. फिर कहर बरपाया युजवेंद्र चहल ने, जिन्हें पूरे टी20 विश्व कप में टीम इंडिया ने बेंच पर बैठाए रखा. चहल ने न्यूजीलैंड के दो सबसे विस्फोटक बल्लेबाज, ग्लेन फिलिप्स और जेम्स नीशम को अपना शिकार बनाते हुए न्यूजीलैंड की हालत पतली कर दी.
विलियमसन बेअसर, हुड्डा का कहर
न्यूजीलैंड ने सिर्फ 99 रन तक ही 6 विकेट गंवा दिए थे, लेकिन दूसरी ओर से कप्तान विलियमसन दूसरे छोर से डटे हुए थे. हालांकि, वह फिर तेजी से रन बना पाने में नाकाम रहे, जिसके कारण टीम के स्कोर की रफ्तार नहीं बढ़ा सके और इसका असर भी कीवी टीम पर पड़ा. फिर चहल के बाद दीपक हुड्डा ने भी दिखाया कि टीम इंडिया ने कैसे एशिया कप और फिर टी20 विश्व कप में उनकी स्पिन का इस्तेमाल न कर कितनी बड़ी गलती की. हुड्डा ने पहले डैरिल मिचेल को फंसाया और फिर 19वें ओवर में आखिरी 3 विकेट लेकर 126 रन पर न्यूजीलैंड को ढेर कर दिया.
सूर्या का सुपर-शो
इससे पहले बारिश से प्रभावित भारतीय पारी में एक बार फिर सूर्या का जलवा देखने को मिला. पिछले साल अपने डेब्यू के बाद से ही टी20 क्रिकेट में अतरंगी लेकिन आक्रामक बल्लेबाजी के कारण पहचान बना चुके सूर्या ने इस बार भी वही अंदाज जारी रखा. ऑस्ट्रेलिया में विश्व कप में जोरदार रन बरसाने वाले सूर्या ने सिर्फ 51 गेंदों में 111 रनों की नाबाद पारी खेलकर टीम को 191 के स्कोर तक पहुंचाया.