नोएडा। आज 28 अगस्त को नोएडा (Noida ) स्थित सुपरटेक ट्विन टावर्स (Supertech Twin Towers) के ध्वस्त कर दिया जाएगा। इसके विध्वंस से पहले किसी भी प्रतिकूल स्थिति से बचने के लिए काफी सतर्कता बरती जा रही है। एक दिन पहले ही हाउसिंग कॉम्प्लेक्स (housing complex) और उसके आसपास के भवनों के निवासियों के प्रोटोकॉल जारी किए गए थे। आपको बता दें कि दोनों इमारतों में कुल 850 फ्लैट हैं। यह नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे (Noida-Greater Noida Expressway) के पास सेक्टर 93 ए में स्थित हैं।
ट्विन टावर के विध्वंस की प्रक्रिया महज 9 मिनट के भीतर समाप्त हो जाएगी। वहीं, दोपहर 2:30 बजे के करीब मलबा हटाना शुरू होगा। इसके आसपास किसी भी वाहन, इंसान या पशु को ले जाने की अनुमति नहीं दी गई है।
जानें कब शुरू होगी कौन सी प्रक्रिया:
सुबह 6:30 बजे – फ्लैटों में पाइप से गैस की आपूर्ति बंद कर दी जाएगी।
सुबह 7:00 बजे- एमराल्ड कोर्ट और पास के एटीएस विलेज में रहने वाले लोगों को वहां से हटाया जाएगा।
सुबह 7:00 बजे- रविवार को दोनों टावरों के आसपास की सड़कों को सील कर दिया जाएगा।
सुबह 9:00 बजे- मेंटेनेंस स्टाफ सोसायटी खाली कर देंगे।
सुबह 11:00 बजे- सुरक्षाकर्मी परिसर से निकल जाएंगे।
दोपहर 1:00 बजे- टास्क फोर्स के जवान स्थल का निरीक्षण कर आसपास के इलाकों से निकल जाएंगे।
दोपबर 1:45 बजे – विध्वंस से आधे घंटे पहले साइट का विस्तृत निरीक्षण समाप्त हो जाएगा।
दोपहर 2:15 बजे- नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे बंद रहेगा।
दोपहर 2:30 बजे – विध्वंस की प्रक्रिया शुरू होगी।
दोपहर 2:45 बजे – नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर आवागमन बहाल किया जाएगा।
शाम 4:00 बजे – फ्लैटों में पाइप से गैस की आपूर्ति बहाल की जाएगी। पूर्ण बहाली में 3-4 घंटे लगेंगे।
शाम 5:30 बजे – आसपास के लोगों को घर लौटने की अनुमति होगी।
ट्विन टावरों के विध्वंस से पहले जारी दिशानिर्देश:
> ट्विन टावर्स से सटी 6 सोसायटियों के निवासियों को इसके विध्वंस की की प्रक्रिया के दौरान छतों पर जाने की मनाही है।
> नोएडा पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए 26 अगस्त से 31 अगस्त तक शहर के आसमान में ड्रोन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।
> विस्फोट वाले जगह के ऊपर एक समुद्री मील के दायरे में उड़ानों को कुछ समय के लिए बंद कर दिया जाएगा।
> विध्वंस के 15 से 20 मिनट बाद तक धूल हवा में रहेगी। हालांकि धूल भरी आंधी कितनी दूर तक जाएगी इसका अनुमान रविवार को हवा की गति और दिशा पर निर्भर करेगा।
> 10 एंटी-स्मॉग गन लगाए गए हैं और उन्हें रेजिंग प्रक्रिया के दौरान छोड़ा जाएगा।
> दमकल की गाड़ियां धूल को नियंत्रित करने के लिए पानी का छिड़काव करेंगी।
> किसी भी आपात स्थिति में एंबुलेंस को स्टैंडबाय पर रखा जाएगा।
> मीडियाकर्मियों को निर्धारित क्षेत्रों से कार्यक्रम को कवर करने के लिए कहा गया है।
सुपरटेक ट्विन टावर्स को क्यों गिराया जाएगा?
दशकों से चली आ रही कानूनी लड़ाई को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने दोनों इमारतों को गिराने का आदेश दिया है। डेवलपर्स को दोनों टॉवर की कम दूरी के कारण इमारत को ध्वस्त करने का निर्देश दिया गया था। हालांकि कुछ स्थानीय लोगों को डर है कि विध्वंस से नुकसान होगा। वहीं, अन्य लोग राहत महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे अपने घरों में लौटने का इंतजार कर रहे हैं।