इंदौर न्यूज़ (Indore News)

अब शहर में रात्रिकालीन कफ्र्यू का भी कोई औचित्य नहीं बचा, जल्द होगा समाप्त

आज सामूहिक विवाह की धूम के चलते मुख्यमंत्री ने हटाया मेहमानों वाला प्रतिबंध, आयोजकों के साथ होटल, केटरिंग व्यवसायी भी हो गए खुश
इंदौर।  आज बसंत पंचमी (Basant Panchami) पर सामुहिक विवाह (mass marriage) की धूम रहती है, जिसके चलते कल शाम मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने मांगलिक आयोजनों (Manglik events) में 250 मेहमानों के प्रतिबंध को समाप्त कर दिया। अब चाहे जितने मेहमान बुलाए जा सकेंगे। वहीं अब रात्रिकालीन कर्फ्यू (night curfew) का भी कोई औचित्य नहीं बचा, उसे भी जल्द समाप्त किया जाएगा। शादी आयोजकों के साथ-साथ होटल (hotels), टेंट (tents) के साथ केटरिंग (catering) सहित अन्य व्यवसायी भी इस निर्णय के चलते खुश हो गए हैं।


जनवरी में तीसरी लहर (third wave) के चलते मरीजों की संख्या बढऩे के कारण शासन ने रात्रिकालीन कर्फ्यू (night curfew) के साथ शादी जैसे आयोजनों में 250 मेहमानों की संख्या तय कर दी थी, जिसके चलते कई शादियां आगे बढ़ा दी या अलग-अलग दिनों में मेहमानों को बुलाया। अब कल मुख्यमंत्री ने ये प्रतिबंध हटा दिया, जिसके चलते आज सामूहिक विवाह की भी धूम रहेगी और शादी करने वाले परिवार भी खुश हुए, क्योंकि वे भी अभी तक असमंजस में ही थे। कम मेहमानों की संख्या के चलते केटरिंग, होटल, गार्डन के कारोबार पर भी असर पड़ रहा था। मगर अब चूंकि मेहमानों की संख्या अधिक हो सकेगी, जिसके चलते शादी व्यवसाय के जुड़े कारोबारी भी खुश हो गए। वहीं अब चूंकि ये आयोजन देर रात तक चलते हंैं, लिहाजा 11 बजे से लगने वाला रात्रिकालीन कर्फ्यू भी औचित्यहीन हो गया है।


कोरोना उपचाररत मरीज अब घटकर 7953 ही रह गए
कल रात जारी मेडिकल बुलेटिन (medical bulletin) में नए मरीजों की संख्या घटकर 679 रही, जो 9392 सैम्पलों की जांच से पता चले। वहीं उपचाररत मरीजों की संख्या भी घटकर 7953 रह गई, क्योंकि 24 घंटे में 1692 मरीज (patients) स्वस्थ भी हो गए। 99 फीसदी से अधिक उपचाररत मरीज होम आइसोलेशन (home isolation) में ही हैं और कोरोना संक्रमण दर 7 से 8 फीसदी ही रह गई है। इसकी तुलना में भोपाल की संक्रमण (infected) दर अभी भी 18 से 20 फीसदी तक बनी हुई है। इंदौर से तीसरी लहर का पीक भी गुजर गया और अब आने वाले दिनों में नए मरीजों की संख्या में भी लगातार गिरावट आएगी और उम्मीद है कि फरवरी के इस पहले पखवाड़े में ही मरीजों की संख्या न्यूनतम रह जाएगी।

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