नई दिल्ली। तीन दशकों से निर्वासन का दर्द सह रहे विस्थापितों की वापसी प्रक्रिया में तेजी लाने का आह्वान शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने राज्यसभा में किया है। शून्यकाल में मुद्दे को उठाते हुए चतुर्वेदी ने कहा सरकार को पारगमन विकास इकाइयों (ट्रांसिट एकोमोडेशन यूनिट) को बनाने के काम में तेजी लानी चाहिए, क्योंकि कश्मीरी पंडित लंबे समय से वापसी की बाट जोह रहे हैं।
उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि घाटी में कश्मीरियों की वापसी जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जाए। चतुर्वेदी ने कहा कश्मीरी पंडित पिछले लगभग तीन दशक से ज्यादा समय से घर वापसी का इंतजार कर रहे हैं। शिवसेना सांसद ने कहा सरकार ने 2015 में वादा किया था कि वह कश्मीरी पंडितों के लिए छह हजार घर बनाकर उनकी वापसी कराएगी, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई सार्थक पहल नहीं हुई है।
चतुर्वेदी ने संसद की गृह मामलों की समिति का संदर्भ देते हुए सदन को अवगत कराया की इससे मिली जानकारी के मुताबिक इन घरों के निर्माण का अभी केवल 15 फीसदी काम ही पूरा हुआ है। ऐसे में कब काम पूरा होकर कश्मीरी पंडितों की वापसी होगी। उन्होंने कहा मोदी सरकार ने कशमीर लेकर बड़े बड़े वादे किए थे।
धारा 370 को हटाकर पूरे देश के लोगों को वहां जमीन का मालिकाना हक हासिल करने का अधिकार दे दिया। लेकिन वहां स्थायी निवासी अभी तक वापसी का इंतजार कर रहे हैं। उन्हें अभी तक उनके ही घर वापस नहीं मिले, इसके लिए वह केंद्र सरकार से अनुरोध करती हैं कि उनके लिए तय गृहों के निर्माण में तेजा लाए और उनकी वापसी के साथ उन्हें वहां फिर से स्थापित करने और सशक्त बनाने के लिए सरकार काम करे।
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