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कभी साए की तरह साथ रहने वाला साथी पप्पलप्रीत अमृतपाल से हुआ अलग, CCTV फुटेज में खुलासा

चंडीगढ़ (Chandigarh) । वारिस पंजाब दे (Waris Punjab De) संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) की तलाश में पंजाब पुलिस (Punjab Police) दिन रात एक किए हुए है, लेकिन उसका कहीं अता पता नहीं है. वहीं अमृतपाल वीडियो और ऑडियो जारी कर पंजाब पुलिस को खुली चुनौती दे रहा है. इस सबके बीच भगोड़े अमृतपाल के साथी पप्पलप्रीत (pappalpreet) को लेकर एक नई जानकारी सामने आई है. दरअसल, पप्पलप्रीत का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. वीडियो 29 मार्च को होशियारपुर के गांव नादलों का है. जिसमें अमृतपाल के साथ साये की तरह घूमने वाला पप्पलप्रीत सुबह 6.42 मिनट पर पार्क में जाता नजर आ रहा है.

इस दौरान उसके साथ अमृतपाल नजर नहीं आ रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि वह अमृतपाल से अलग हो चुका है. यानी दोनों अब अलग-अलग जगहों पर छिपे हुए हैं. हालांकि इसको लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं है. वहीं पुलिस ने अमृतपाल के साथ फरार होने वाले ड्राइवर और दूसरे साथी जोगा सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. ये जोगा सिंह वही शख्स है, जो अमृतपाल और पप्पलप्रीत के साथ होशियारपुर से फरार हुआ था. सूत्रों के मुताबिक जोगा को लुधियाना के आगे सोनेवाल इलाके में पकड़ा गया है.


जानकारी के मुताबिक जोगा सिंह से पूछताछ में बताया है कि अमृतपाल ने फरार होने के दौरान पुलिस को चमका दिया था. होशियारपुर में अमृतपाल अपने सहयोगी पपलप्रीत और ड्राइवर जोगा के साथ फरार हुआ था. तब अमृतपाल ने जोगा से कहा था कि वह अपना मोबाइल फोन ऑन करे और फिर भागे. क्योंकि पंजाब पुलिस जोगा का मोबाइल फोन ट्रैक कर रही थी और उस आधार पर अमृतपाल की लोकेशन ट्रैक हो रही थी.

कौन है पप्पलप्रीत सिंह?
पप्पलप्रीत सिंह को अमृतपाल का मेन हैंडलर कहा जा रहा है. अमृतपाल इसे अपना मेंटर मानता है. वह अमृतपाल का मीडिया सलाहकार भी है. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, पप्पलप्रीत पंजाब में खालिस्तान का माहौल खड़ा करने के लिए आईएसआई के सीधे संपर्क में है. वह राज्य में आतंकवाद फैलाने की साजिश में जुटा है. सूत्रों के मुताबिक, पप्पलप्रीत खुद को वीडियो जर्नलिस्ट और एक्टिविस्ट बताता है. इससे पहले 2017 में वह सिमरनजीत सिंह मान की पार्टी शिरोमणी अकाली दल (अमृतसर) में शामिल हुआ था. लेकिन 9 महीने बाद ही उसने पार्टी छोड़ दी.

आयकर विभाग के रडार पर था पप्पलप्रीत
एक रिपोर्ट के मुताबिक, जांच एजेंसियों को यह भी पता चला कि पप्पलप्रीत ने 2018-19 में अपने आयकर रिटर्न में जो बैंक खाते की जानकारी दी थी, वेरिफिकेशन के दौरान वे फर्जी पाए गए. जांच कर रहे एक अधिकारी ने बताया कि ऐसा कोई बैंक खाता मौजूद नहीं है. दिसंबर 2022 में, आयकर विभाग ने पप्पलप्रीत को नोटिस भी जारी किया गया था, इसमें उसकी आय के स्रोत, चल और अचल संपत्तियों और बैंक खातों के बारे में जानकारी मांगी गई थी. इस नोटिस के जवाब में, पप्पलप्रीत ने बताया था कि वह YouTube से हर महीने लगभग 8,000-20,000 रुपये और अपने डेयरी व्यवसाय से 15,000 रुपये कमाता है. हालांकि, आयकर विभाग उसके जवाब से असंतुष्ट था. आईटी द्वारा उससे दोबारा नोटिस देकर जवाब मांगा गया था.

वीडियो-ऑडियो शेयर कर धार्मिक कार्ड खेल रहा अमृतपाल?
बुधवार को जारी किये गए वीडियो में अमृतपाल ने खुद के गिरफ्तार नहीं होने की पुष्टि की. वीडियो के शूट होने को लेकर अलग-अलग बातें सामने आ रही हैं. सूत्रों के मुताबिक इसे यूपी के लखीमपुर खीरी में शूट किया गया है. इसके साथ ही कहा जा रहा है कि वीडियो ब्रिटेन से अपलोड किया गया. अमृतपाल ने अपने वीडियो में जो कुछ कहा उसके पीछे भी उसकी नापाक मंशा साफ-साफ झलकती है. अमृतपाल धर्म का कार्ड खेल रहा है, वो लोगों को धर्म के उन्माद में भड़काना चाहता है. अपनी गिरफ्तारी को लेकर वो दावा कर रहा है कि कोई उसका बाल बांका नहीं कर सकता है. इसके बाद सोशल मीडिया पर एक नया ऑडियो वायरल हुआ. जिसे अमृतपाल का बताया जा रहा है. हालांकि हम इसकी पुष्टि नहीं कर रहे.

अजनाला कांड के बाद से फरार है अमृतपाल
अमृतपाल की गिरफ्तारी की कोशिश की कहानी अजनाला से शुरू हुई थी, जहां उसने थाने पर हमला किया था और अपने साथी को छुड़ाने की कोशिश की थी. सिर्फ इतना ही नहीं अमृतपाल ने पंजाब को सुलगाने की पूरी प्लानिंग की थी. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि उसके पाकिस्तानी की खुफिया एंजेसी आईएसआई से लिंक हैं. अजनाला कांड के बाद अमृतपाल फरार चल रहा है. पुलिस ने अमृतपाल को भगोड़ा घोषित किया हुआ है. यूपी और फिर दिल्ली में उसके होने के संकेत मिले. बावजूद इसके पुलिस अमृतपाल तक पहुंच नहीं सकी. इन सबके बीच एक बार फिर से अमृतपाल के पंजाब में छिपे होने की आशंका है.

सरेंडर करने की फिराक में भगोड़ा
सूत्रों बताते हैं कि अमृतपाल अब सरेंडर करने का प्लान बना रहा है और वो जल्द ही अमृतसर के स्वर्ण मंदिर या फिर किसी और गुरुद्वारे में सरेंडर कर सकता है. दरअसल, अमृतपाल सिंह ने 3 मार्च, 2023 को अकाल तख्त प्रमुख ज्ञानी हरप्रीत सिंह से मुलाकात की थी. बाद में पंजाब इंटेलिजेंस की चीफ जसकरन सिंह ने भी 24 मार्च को ज्ञानी से मुलाकात की थी. ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अमृतपाल सिंह को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने की सलाह भी दी थी.

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