- प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ली दिल्ली से मंजूरी
भोपाल। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने कमर कसना शुरू कर दी है। प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ अपने हिसाब से पूरे संगठन को चुस्त दुरूस्त करने में जुटे हुए हैं। प्रदेश संगठन में बड़े फेरबदल के बाद अब जिला अध्यक्षों की बारी है। करीब 20 जिलों में नए अध्यक्ष बनाए जा रहे हैं। पुराने को हटाने के लिए नाथ दिल्ली से भी मंजूरी ले आए हैं। भारत जोड़ो यात्रा में आए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जाते समय कहा था कि मध्यप्रदेश में यात्रा के दौरान भारी जनसमर्थन मिला है जो अच्छे संकेत हैं। इसके बाद से मध्यप्रदेश कांग्रेस में अंडर करंट दौड़ रहा है। नेता से लेकर कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव को लेकर कमर कसकर मैदान संभालने के मूड में हैं तो प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ भी अब संगठन को चुस्त दुरुस्त करने में जुट गए हैं। यही वजह है कि पिछले दिनों प्रदेश संगठन के महत्वपूर्ण पदों पर बड़ा बदलाव किया गया। एक तरह से देखा जाए तो संगठन की बारीकी से सर्जरी कर दी गई। इसके अलावा अब नाथ जिला अध्यक्षों को लेकर भी बड़ा फैसला करने जा रहे हैं। वे करीब 20 जिलो में अध्यक्षों को बदलाने जा रहे हैं। इसमें से तीन-चार जिले तो ऐसे हैं जिसमें अध्यक्ष को टिकट दिया गया और वे विधायक बन गए। तब से वे दोहरी भूमिका निभा रहे थे जिन्हें अब मुक्त किया जाएगा। इसके अलावा कई बड़े जिलों में बदलाव किया जा रहा है जिसमें नाथ को लगता है कि संगठनात्मक कसावट में कोई कमी है।
जारी रहेगी सर्जरी
चर्चा है कि इसके चलते वे दिल्ली भी गए थे जिसमें वे पार्टी के आला नेताओं से मिले और स्वीकृति लेकर भोपाल लौट आए। संभावनाएं जताई जा रही है कि जल्द ही वे अध्यक्षों की नियुक्तियां कर देंगे। जिलों की फेहरिस्त में इंदौर शहर व जिले का नाम भी होने की संभावनाएं जताई जा है। नाथ यहां पर नए नामों पर प्रयोग करने के मूड में है। बताया जा रहा है कि झाबुआ का दौरा खत्म करके आज प्रदेश के प्रभारी जेपी अग्रवाल भी भोपाल पहुंच जाएंगे। दोनों ही नेता मंथन करके बड़ा फैसला ले सकते हैं। इन दिनों नाथ काफी मूड में हैं। इसके चलते पहले चरण में उन्होंने संगठन में काबिज नेताओं को आराम देते हुए नयों की नियुक्ति कर दी। हाल ही में युवक कांग्रेस के 23 पदाधिकारियों को भी हटा दिया गया। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया को साफ कर दिया कि जो काम कर रहे हैं उन्हें रखे बाकी की छुट्टी करके नए कार्यकर्ताओं को मौका दो। इसी प्रकार सभी प्रकोष्ठों को लेकर भी उनका रूख सख्त है। Share: