- 2016 में 60 एमवीए का ग्रिड बनाया गया था, लगभग 225 करोड़ की आई थी लागत, अब तो सामान और संसाधन भी तीन गुना महंगा
उज्जैन। सिंहस्थ 2028 को लेकर तैयारियाँ शुरू हो गई हैं। प्रशासन का फोकस सड़क, बिजली, पानी, जैसी व्यवस्थाओं पर है। इसी को ध्यान में रखते हुए संबंधित विभागों द्वारा कार्ययोजना तैयार की जा रही हैं। इसमें बिजली कम्पनी भी शामिल हैं।
उल्लेखनीय यह है कि इस बार सिंहस्थ में महीने भर में 20 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान प्रशासन ने लगाया है। इसी आधार पर सड़क, बिजली, पानी, पार्किंग और अन्य इंतजाम करने होंगे। बिजली विभाग भी अपनी तैयारी में जुट गया हैं। बिजली कम्पनी के अधिकारियों के मुताबिक सिंहस्थ 2016 में कंपनी ने 60 एमवीए का ग्रिड लगाया था और 3 हेक्टेयर में लगे पूरे सिंहस्थ क्षेत्र में बिजली की व्यवस्था की गई थी जिसकी लागत लगभग 225 करोड़ आई थी लेकिन इस बार सिंहस्थ का क्षेत्रफल भी बढ़कर 5 हेक्टेयर तक जाएगा। ऐसे में 2028 के सिंहस्थ में 100 एमवीए का ग्रिड लगाया जाएगा। जिसकी क्षमता इतनी रहेगी कि पूरे शहर को बिजली दे सके। कंपनी द्वारा इसकी कार्ययोजना तैयार की जा रही हैं। जाहिर है कि जिस हिसाब से पिछले 7 सालों में महंगाई बढ़ी हैं और बिजली के संसाधन और उपकरण महँगे हुए हैं। उस आधार पर 2028 में बिजली की व्यवस्था करने के लिए सरकार को करीब 500 करोड़ रुपए से ज्यादा का बजट तैयार करना होगा। फिलहाल यह अभी फाइनल नहीं हैं, आगे कम्पनी के अधिकारी इसको लेकर चर्चा करेंगे।
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