- सडक़ बना रहे हैं या संताप दे रहे हैं, बारिश में याद आए बाधक निर्माण
- कई हिस्से रहवसियों ने पहले ही हटा लिए, लेकिन कुछ हिस्से अब बीओ-बीआई को बाधक दिखे
इंदौर। इमली बाजार में डेढ़ महीने से रहवासी अपने स्तर पर बाधक मकानों के हिस्से हटाने में जुटे थे। अधिकांश बाधाएं हटा ली गई थीं, लेकिन अब निगम के बीओ-बीआई को फिर बाधक हिस्से नजर आए। इसके चलते आज 12 मकानों के हिस्से तोडऩे की कार्रवाई के लिए तैयारी चल रही थी।
बड़ा गणपति से कृष्णपुरा तक की सडक़ के धीमी गति से चल रहे काम को लेकर रहवासियों के साथ-साथ व्यापारी संगठनों ने भी अफसरों को चेताया था कि बारिश में लोगों की फजीहत होगी। काम में तेजी लाई जाए, ताकि बारिश के पहले ज्यादा से ज्यादा काम पूरा हो सके। अब क्षेत्र में ऐसी स्थिति बन रही है कि जगह-जगह खुदी सडक़ें और गोराकुंड से मल्हारगंज तक का हिस्सा सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां सडक़ नहीं होने के चलते पूरे क्षेत्र में कीचड़ फैला है। वहीं दूसरी ओर कृष्णपुरा का हिस्सा लाइनें बिछाने के लिए खोदकर अधूरा पटक दिया गया है। अफसर कहते हैं कि बारिश के चलते काम रोका गया है।
वहीं दूसरी ओर इमली बाजार से राजबाड़ा तक की सडक़ के लिए पिछले दिनों रहवासियों ने अपने स्तर पर बाधाएं हटा ली थीं और चार से पांच बार अधिकारियों की टीम दौरा कर वहां काम शुरू करवा चुकी है। अब निगम को उक्त क्षेत्र में एक दर्जन मकानों के बाधक हिस्से नजर आए हैं, जिन्हें आज तोडऩे की तैयारी चल रही है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारी डीआर लोधी के मुताबिक बीओ-बीआई की रिपोर्ट के आधार पर वहां बाधक हिस्से हटाने की कार्रवाई होना है। वहां कई हिस्सों में सडक़ निर्माण का कार्य शुरू किया गया है और लाइनें बिछाने के काम चल रहे हैं।
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