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गोवा में सरकार बनाने को लेकर भाजपा पर उठने लगे सवाल

पणजी । गोवा विधानसभा चुनावों (Goa Assemly Elections) के नतीजों में बीजेपी (BJP) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जहां उसने 40 में से 20 सीटें जीतीं. वह बहुमत से मात्र एक सीट दूर रही. पार्टी ने अब तक चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद भी सरकार नहीं बनाई है, जिस पर अब कांग्रेस (Congress) ने सवाल उठाए हैं.

गोवा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिगंबर कामत (Digambar Kamat) ने कहा कि ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति नहीं होने के कारण बीजेपी में अंदरूनी कलह है या फिर बाकी के निर्दलीय और बीजेपी के विधायकों का समर्थन प्राप्त नहीं है, जिसके कारण सरकार गठन में देरी हो रही है. कामत ने कहा कि जनादेश स्पष्ट रूप से सत्तारूढ़ सरकार के खिलाफ था, जिसका पता इस बात से भी चलता है कि भाजपा को 33.31 प्रतिशत वोट मिले. इससे यह स्पष्ट होता है कि 66.69 प्रतिशत मतदाता भाजपा को नहीं चाहते थे.



उन्होंने कहा, ‘परिणाम घोषित होने के एक हफ्ते बाद भी भाजपा सरकार बनाने में विफल रही है. भाजपा नेतृत्व सिर्फ समय बर्बाद कर रहा है और बार-बार बहाने बना रहा है.’ उन्‍होंने आगे कहा, ‘कई विधायकों ने कांग्रेस से संपर्क किया है, हमसे सरकार गठन में नेतृत्व करने का आग्रह किया है. हम सभी गैर-भाजपा विधायकों से अपील करते हैं कि वे अपने विवेक का इस्तेमाल करें और यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएं कि गोवा के लोगों को पूरी तरह से गैर-भाजपा सरकार मिले.’

दूसरी ओर, गोवा में कांग्रेस ने अभी तक अपने विधायक दल के नेता पर फैसला नहीं किया है. सूत्रों के मुताबिक, 40 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के आंकड़े (21 सीट) तक पहुंचने में विफल रहने के बाद गोवा कांग्रेस इकाई ने कोई बैठक नहीं की है. कांग्रेस को 11 सीटें मिलीं, उसकी सहयोगी गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) ने एक सीट हासिल की, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 20 सीटें मिलीं. इससे पहले, कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा था कि कांग्रेस-जीएफपी गठबंधन चुनाव परिणाम आने के तुरंत बाद अपने नेता का नाम तय करेगा.

हालांकि, कांग्रेस के एक नेता ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर कहा, ‘हमें मतगणना के बाद बैठक के लिए अब तक कोई निमंत्रण नहीं मिला है.’ निर्वाचित कांग्रेस विधायक माइकल लोबो ने कहा कि विधायक दल के नेता पर निर्णय सही समय पर लिया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री के लिए विश्वास मत को लेकर सत्र बुलाए जाने पर कांग्रेस को अपने नेता के बारे में सदन को सूचित करना होगा.’ गोवा कांग्रेस प्रमुख गिरीश चोडनकर इस पर टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे, जबकि पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि निर्वाचित सदस्य अपने नेता के तौर पर दिगंबर कामत और माइकल लोबो के बीच बंटे हुए हैं.

 

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