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राजस्थान : ओम बिरला की बेटी अंजलि बनीं आईएएस

कोटा । कोटा की बेटी अंजलि बिरला ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित सिविल सेवा मुख्य परीक्षा-2019 में पहले ही प्रयास में चयनित होकर राजस्थान का गौरव बढ़ाया है। अंजलि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और डॉ. अमिता बिरला की छोटी बेटी हैं। यूपीएससी द्वारा सोमवार को जारी 89 चयनित अभ्यर्थियों की सूची में अंजली का नाम आने पर उनके शक्ति नगर आवास पर शहरवासियों ने उन्हें बधाई देते हुये जश्न मनाया।

अंजलि ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि वे रोज 10 से 12 घंटे परीक्षा की तैयारी करती थींं। परीक्षा के लिए भी उन्होंने पॉलीटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशन्स विषय चुनेंं। परिवार में राजनीतिक माहौल होने के बावजूद प्रशासनिक सेवा को क्यों चुना? इस पर अंजली ने कहा कि पापा वर्षों से राजनीति में हैं, मां चिकित्सक हैं। दीदी आकांक्षा बिरला चार्टर्ड अकाउंटेट हैं। संयुक्त परिवार के अन्य सदस्य सामाजिक सेवा के क्षेत्र से जुड़े हैं। वे अपनी मेहनत से पहचान बनाना चाहती थीं। पॉजिटिव दृष्टिकोण से एक नए क्षेत्र में राष्ट्र व समाज की सेवा करना चाहती थीं। इसके लिये उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की।

मैथ्स व बायोलॉजी के अलावा भी है दुनिया
अच्छे करियर की तलाश कर रहे लाखों युवा विद्यार्थियों से अंजलि ने कहा कि कोटा में अभिभावक आमतौर पर बच्चों को बायोलॉजी या मैथ्स लेने के लिए ही प्रेरित करते हैं, जबकि इन दोनों विषयों के इतर भी बहुत बड़ी दुनिया है। इसीलिये उन्होंने आटर्स को चुना। आईएएस के रूप में उनका प्रयास रहेगा कि युवाओं और उनके अभिभावकों को अन्य विषयों के बेहतर विकल्प बताकर एक नई दुनिया की खोज करने को प्रेरित कर सकें। एक सवाल के जवाब में अंजलि ने कहा कि वे किसी भी विभाग से जुड़कर देश व समाज के लिये सेवा देने को तैयार हैं। जब भी महिला सशक्तीकरण में काम करने का अवसर मिलेगा, उन्हें विशेष खुशी मिलेगी।

अंजलि बिरला ने कोटा के सोफिया स्कूल से आर्ट्स में 12वीं बोर्ड करने के बाद रामजस कॉलेज, नईदिल्ली से पॉलिटिकल साइंस (ऑनर्स) में डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने एक वर्ष दिल्ली में रहकर ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की।

यूपीएससी-मेन में पहले प्रयास में ही सफलता मिलने का श्रेय उन्‍होंने दीदी आकांक्षा बिरला को दिया। तैयारी के दौरान दीदी ने बहुत मोटिवेट किया। वे आत्मविश्वास जगाकर पढ़ाई और परीक्षा से लेकर इंटरव्यू तक की रणनीति बनाने में मदद करती थीं। इस दौरान मां डॉ. अमिता बिरला और पापा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्वयं पर विश्वास बनाए रखने का मंत्र दिया, जो कारगर साबित हुआ। परीक्षा की तैयारी भले ही वह कर रही थीं लेकिन पूरा परिवार हर समय उनके मार्गदर्शन व सहयोग के लिए तैयार खड़ा रहता था। कोटा शहर से एक बेटी का आईएएस में चयन होने पर नागरिक संगठनों ने इसे कोटा सहित राजस्थान का गौरव बताया।

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