नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमित (corona infected) लोगों की संख्या में थोड़ी कमी दर्ज की गई है। बीते 24 घंटे के दौरान सोमवार सुबह सात बजे तक कोरोना संक्रमित 1, 270 नये मरीज मिले। इस अवधि में कोरोना (corona infected) महामारी को मात देने वालों की संख्या 1,567 रही। कोरोना संक्रमित 31 मरीजों की मौत हो गई।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना से ठीक होने वालों की कुल संख्या 4 करोड़, 24 लाख, 83 हजार, 829 हो गई है जबकि रिकवरी दर बढ़कर 98.75 प्रतिशत तक पहुंच गई है। फिलहाल देश में कोरोना वायरस के सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 15 हजार, 859 तक आ पहुंची है। दैनिक संक्रमण दर 0.29 प्रतिशत है।
दूसरी तरफ कोरोना को लेकर फार्मा कंपनियों को भारत में टीके की बूस्टर खुराक को लेकर बड़ा बाजार नजर आ रहा है। बीते कुछ महीनों में ही भारत सरकार की विशेषज्ञ कार्य समिति (एसईसी) के पास टीके की अनुमति के लिए फार्मा कंपनियों के आवेदनों की संख्या तेजी से बढ़ी है। कंपनियां में जल्द से जल्द ट्रायल पूरा करने और मार्केट में सबसे पहले बूस्टर खुराक लाने की होड़ है।
बताया कि भारत में कोरोना टीकाकरण करीब 95 फीसदी तक पहुंच गया है। अभी तक के साक्ष्य यह बता रहे हैं कि नौ माह से एक साल तक टीका लेने के बाद एंटीबॉडी पाई जा रही हैं, लेकिन इसके बाद तीसरी खुराक की आवश्यकता भी पड़ रही है। चूंकि आबादी के लिहाज से भारत एक बड़ा देश है, इसलिए स्वदेशी के साथ साथ विदेशी कंपनियों का भी रुख भारत की ओर तेजी से बढ़ा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की टीकाकरण शाखा से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि आगामी दिनों में भी देश के सरकारी अस्पतालों में टीका लोगों को निशुल्क मिलता रहेगा, जबकि प्राइवेट क्षेत्र में बूस्टर खुराक को अधिक बढ़ावा मिल सकता है जिसके लिए मूल्य निर्धारण पर विचार किया जा सकता है। हालांकि अभी टीका निर्माता कंपनियां प्राइवेट क्षेत्र के लिए मूल्य तय करने का अधिकार रखती हैं। अभी तक देश में 15 वर्ष और उससे अधिक की पहली खुराक का लक्ष्य 95.5 फीसदी पूरा हुआ है। वहीं दूसरी खुराक का लक्ष्य 80.6 फीसदी पूरा हुआ। जाहिर है कि इसके बाद इन्हें भी तीसरी खुराक की जरूरत पड़ेगी जिसपर कंपनियों की नजर है।
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के अनुसार इसी महीने में समिति की ओर से पुणे स्थित सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया को कोवोवैक्स और रूस की बहुचर्चित स्पूतनिक लाइट को लेकर बूस्टर खुराक के ट्रायल की अनुमति दी गई है।