इंदौर न्यूज़ (Indore News)

11 करोड़ के बस स्टैंड में बाधक बनी झुग्गियों को हटाने की शुरुआत, 100 और हटेंगी


इन्दौर।  प्राधिकरण को आरटीओ के पास नायतामुंडला में 11 करोड़ रुपए की लागत से बस स्टैंड बनाना है, जिसका ठेका भी निजी फर्म को दिया जा चुका है , लेकिन यहां काबिज 130 झुग्गियों के कारण बस स्टैंड का काम रूका हुआ था। अग्निबाण ने इस संबंध में विस्तृत समाचार प्रकाशित किया, जिसके बाद प्रशासन, निगम का अमला सक्रिय हुआ और कल 30 झुग्गियां हटा दीं। अब बची 100 को और हटाया जाएगा। इन सभी झुग्गीवासियों को बहुमंजिला फ्लेटों में शिफ्ट किया जाएगा। पट्टे पर बसाए गए कई लोगों ने यहां किराए पर झुग्गियां दे रखी है, जिसकी पोल अभी हटाने के दौरान सामने आई।
प्राधिकरण एमआर-10 पर कुमेर्डी के पास भी आईएसबीटी यानी अंतरराज्यीय बस टर्मिनल बना रहा है, जिसका काम तेज गति से चल रहा है। 60 करोड़ रुपए की लागत से यह टर्मिनल 6 लाख स्क्वेयर फीट पर बनाया जा रहा है, जो प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन से भी जुड़ेगा। प्राधिकरण सीईओ विवेक श्रोत्रिय के मुताबिक कुमेर्डी के अलावा नए आरटीओ भवन के पास नायता मुंडला में भी इसी तरह का बस स्टैंड बनाया जाना है। लगभग 11 करोड़ रुपए की राशि से बनने वाले इस स्टैंड का ठेका भी निजी फर्म को दिया जा चुका है। पहले कफ्र्यू-लॉकडाउन के चलते काम शुरू नहीं हो पाया, फिर यहां काबिज 130 झुग्गियों की बाधा सामने आ गई। कल निगम के अमले ने झुग्गियों को हटाने और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए फ्लेटों में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू की। प्राधिकरण पूर्व में भी यहां काबिज झुग्गीवासियों का सर्वे पूरा कर चुका है, ताकि पात्र परिवारों को फ्लेट आवंटित करवाए जा  सकें। कुछ साल पहले पट्टे देकर यहां पर गरीबों को बसाया गया था और 130 परिवार रहते हैं, जिन्हें निगम द्वारा पास ही स्थित बनवाई बहुमंजिला बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा। पूर्व में 8-10 परिवारों को शिफ्ट भी किया गया था, लेकिन बाद में प्रक्रिया ठप ही रही। कुछ राजनीतिक दबाव-प्रभाव भी आए। इस प्रोजेक्ट को देख रहे प्राधिकरण के अभियंता ज्ञानेन्द्रसिंह जादौन के मुताबिक झुग्गियों को हटाने के बाद भी मौके पर काम शुरू करवा दिया जाएगा, क्योंकि ठेकेदार फर्म ने निर्माण में लगने वाली प्लांट मशीन भी यहां स्थापित कर ली है। कल 30 झुग्गियां हटाई गई और अभी 100 को और हटाकर परिवारों को शिफ्ट करवाया जाएगा। जिस बिल्डिंग में इन्हें शिफ्ट करवाना है वहां पर कुछ कार्य लम्बित हैं, जो लगातार जारी हैं। इधर सूत्रों का कहना है कि मौके पर कई लोग ऐसे मिले जो किराया देकर झुग्गियों में रह रहे हैं, जबकि शासन-प्रशासन ने पट्टे गरीब परिवारों को खुद रहने के लिए ही दिए थे। लेकिन जिस तरह कई जगह पट्टे की जमीनें या तो बिक गई या इस तरह किराए पर दे दी गई। रातों रात झुग्गियों को तानने का खेल इंदौर में वर्षों से जारी रहा है। अब प्राधिकरण का कहना है कि ये सभी झुग्गियां हट जाएं तो जमीन को समतल कर बस स्टैंड का निर्माण शुरू करवा दिया जाएगा, क्योंकि अब बारिश भी लगभग एक तिहाई से ज्यादा हो चुकी है, जिसके कारण भी अब काम में कोई परेशानी नहीं आएगी। लगभग 11 करोड़ रुपए की राशि से बनने वाले इस बस स्टैंड यानी टर्मिनल का ठेका भी निजी फर्म को दिया जा चुका है, जिसमें आधुनिक बस स्टैंड और 14 दुकानें भू-तल पर और पहली मंजिल पर 14 ऑफिस और 240 सीटों का वेटिंग हॉल और रेस्टोरेंट भी रहेगा। लगभग साढ़े 5 एकड़ जमीन पर यह टर्मिनल बनना है, जहां 600 बसों की रोजाना आवाजाही रहेगी और 18 बसें एक समय में एक साथ खड़ी की जा सकती है। आने-जाने वाले यात्रियों के लिए 120 कारों की पार्किंग की व्यवस्था भी रहेगी। हालांकि प्राधिकरण ने ठेका देते वक्त 9 माह की समय सीमा बस स्टैंड निर्माण की तय की थी, लेकिन उसके बाद कोरोना संक्रमण शुरू हो गया और फिर लम्बे समय तक कफ्र्यू-लॉकडाउन के चलते काम शुरू नहीं हो पाया और अब जब काम शुरू होने की नौबत आई तो झुग्गियों की बाधा सामने आ गई, जिसे अब हटाकर शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।

 

Share:

Next Post

6 अस्पतालों में और मिल गए 17 पॉजिटिव

Fri Sep 18 , 2020
ओल्ड अग्रवाल नगर में एक ही परिवार के 6 पॉजिटिव सुखलिया में एक साथ 17 और मिले पहली बार 24 घंटे में 400 पार पहुंचा कोरोना मरीजों का आंकड़ा इन्दौर।  कोरोना मरीजों की संख्या हर 24 घंटे में बढ़ रही है और पहली बार 400 का आंकड़ा भी पार हो गया है। क्षेत्रवार तैयार सूची […]