इंदौर न्यूज़ (Indore News)

बंबई बाजार, पंढरीनाथ और टोरी कॉर्नर में सडक़ें खोदीं

  • 24 घंटे पानी सप्लाय लाइन बिछाने के लिए काम शुरू
  • चार टंकियों के लिए बिछाई जा रही हैं लाइनें, तीन से चार माह में काम पूरा होने की उम्मीद

इंदौर। नगर निगम (municipal Corporation) ने स्मार्ट सिटी एरिया (smart city area) में पानी की चार टंकियों से 24 घंटे पानी सप्लाय की योजना (water supply plan) पर काम शुरू कर दिया है। इसके चलते बंबई बाजार (Bombay market), टोरी कॉर्नर (tory corner), छत्रीबाग सहित (including Chhatribagh) कई इलाकों में सडक़ें खोदकर लाइनें बिछाई जा रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि करीब पैंतीस से ज्यादा स्थानों पर यह कार्य चलेंगे।

नगर निगम ने शुरुआती दौर में स्मार्ट सिटी क्षेत्र (smart city area) की चार पानी की टंकियों सुभाष चौक, हरसिद्धि, छत्रीबाग (Subhash Chowk, Harsiddhi, Chhatribagh) और जिंसी से 24 घंटे पानी सप्लाय की योजना बनाई थी। इसके लिए सुभाष स्कूल बड़ा गणपति पर सम्पवेल बनाया जा रहा है। यशवंत सागर का पानी 24 घंटे इन टंकियों के माध्यम से रहवासी क्षेत्रों में सप्लाय किया जाएगा। हालांकि शुरुआती दौर में यह प्रयोग चार टंकियों वाले क्षेत्रों में किया जाएगा।


अगर यह प्रयोग सफल रहा तो इसे कुछ अन्य क्षेत्रों में भी लागू किए जाने की योजना है। निगम ने इसके लिए प्रोजेक्ट अमृत (Project Amrit) के तहत काम कर रही फर्मों को जिम्मेदारी सौंपी है। अफसरों के मुताबिक अभी तक उक्त लाइनों के लिए टोरी कॉर्नर, बंबई बाजार, पंढरीनाथ, आड़ा बाजार, हरसिद्धि, कड़ावघाट और मच्छी बाजार के कुछ इलाकों में कार्य शुरू कराए गए हैं। वहां कार्य पूरे होने के बाद कुछ अन्य क्षेत्रों में भी इसी प्रकार काम शुरू कराया जाएगा। करीब 35 से ज्यादा स्थानों पर लाइनें बिछाने के काम होंगे। उसके बाद उन्हें पहले से बिछी लाइनों से कनेक्ट किया जाएगा।

Share:

Next Post

IAF ने स्थगित किया पोखरण रेंज में होने वाला युद्धाभ्यास ‘वायु शक्ति’, PM मोदी भी करने वाले थे शिरकत

Sat Mar 5 , 2022
नई दिल्ली: IAF ने 7 मार्च को राजस्थान के जैसलमेर (Jaisalmer) के पोखरण रेंज (Pokhran Range) में होने वाले अभ्यास ‘वायु शक्ति’ (Vayu Shakti) को स्थगित कर दिया दिया है. ये जानकारी एक अधिकारी ने शनिवार को दी. जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) भी इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे. पोखरण […]