इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) की महत्वाकांक्षी आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana) में शहर के तीन और बड़े अस्पतालों को भी जोड़ लिया गया है। सूत्रों के अनुसार नेशनल हेल्थ एजेंसी ( National Health Agency) के अधिकारी पिछले दिनों इंदौर आए थे और शहर के कई बड़े निजी अस्पतालों (Private Hospitals) में जाकर वहां के प्रमुखों से चर्चा की।
अधिकारियों ने कहा कि आप लोग भी अपने अस्पताल को आयुष्मान योजना में शामिल करें। सरकार की तरफ से मरीजों के इलाज के खर्च का क्लेम बनेगा। उसे 10 से 15 दिन में अस्पताल को जारी कर दिया जाएगा। शहर के शैल्बी हॉस्पिटल (Shelby Hospital), आकाश अस्पताल (Akash Hospital) और आनंद अस्पताल (Anand Hospital) को आयुष्मान योजना में जोड़ लिया गया है। शहर के 54 निजी अस्पताल पहले से ही आयुष्मान योजना में जुड़े हुए हैं, जहां आयुष्मान कार्डधारियों ( Ayushman Cardholders) का इलाज किया जा रहा है। अब इन तीनों अस्पतालों को मिलाकर शहर में कुल 57 अस्पतालों में आयुष्मान कार्डधारी मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
315 रोजगार सहायकों को दिया काम
इंदौर जिले के 315 रोजगार सहायकों की आईडी बनाकर उन्हें जिम्मेदारी दी गई है कि वे अपनी आईडी के जरिए कियोस्क और बैंकों के जरिए आयुष्मान कार्ड बनाएं। इंदौर जिले में जो 9 लाख 45 हजार से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बने हैं, उनमें महू तहसील के 176 गांवों में साढ़े 35 हजार, देपालपुर तहसील के 176 गांवों में लगभग 85 हजार तथा सांवेर तहसील के 145 गांवों में 94 हजार से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं।
शिविर लगाकर बनाए थे कार्ड
कलेक्टर मनीषसिंह ने कुछ माह पहले इंदौर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र महू, सांवेर, देपालपुर एवं हातोद के अधिकारियों की बैठक लेकर आयुष्मान कार्ड तेजी से बनाने के फरमान जारी किए थे। इसके बाद पंचायत स्तर पर शिविर लगाकर कार्ड बनाए गए। सिर्फ देपालपुर में ही छह माह पूर्व 30 हजार 800 कार्ड बने थे। इसके पहले 50 हजार ही कार्ड बने थे। इसी प्रकार सांवेर, महू एवं हातोद में भी शिविर लगाकर बड़ी संख्या में कार्ड बनाए गए थे।
11 लाख 74 हजार से अधिक का टारगेट
राज्य शासन द्वारा इंदौर जिले में 11 लाख 74 हजार 252 आयुष्मान कार्ड बनाने का टारगेट दिया गया है। टारगेट पूरा करने के लिए अफसरों द्वारा तेजी से कार्ड बनाए जा रहे हैं। पूर्व में महामारी के कारण अधिकारी उसे काबू करने में दिन-रात जुटे रहे, इसलिए कम कार्ड बन पाए थे, लेकिन महामारी थम गई है, इसलिए प्रतिदिन ज्यादा से ज्यादा कार्ड बनाए जा रहे हैं।
अभी तक 9 लाख 45 हजार कार्ड बने
सरकारी रिकॉर्ड अनुसार इंदौर जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में अभी तक 9 लाख 45 हजार से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। अभी भी लगभग ढाई लाख पात्र लोगों के कार्ड बनाना बाकी है, जिसके लिए शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र महू, सांवेर, देपालपुर एवं हातोद में सक्रियता से कार्य किया जा रहा है। आयुष्मान कार्ड नगर निगम के जोनल कार्यालयों पर भी बनाए जा रहे हैं।